पांवटा साहिब: शिलाई हाईवे के जल्द बहाल होने के आसार कम ही हैं। जानकारी यह भी है कि करीब 100 मीटर के रकबे में हाईवे पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। दरअसल चुनौती यह है कि हाईवे का हिस्सा करीब 8 फुट नीचे तक धंस गया है। पहले इसकी फीलिंग करनी होगी, जिसमें हजारों टन मिट्टी व अन्य सामग्री की आवश्यकता पड़ सकती है।
मौके से लोगों व प्रशासनिक जानकारी की मानें तो हाईवे को बहाल होने में 7 से 10 दिन का वक्त भी लग सकता है। दोपहर तक इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा था, लेकिन जैसे ही स्थिति साफ हुई तो हाईवे विंग के साथ प्रशासन के भी हाथ-पांव फूल गए। अब सोमवार को एसडीएम पांवटा साहिब समेत अधिकारियों की टोली मौके पर हाजिर होगी, ताकि स्थिति को सही किया जा सके।
अंतिम समाचार तक आलम यह था कि क्षतिग्रस्त हाईवे के इस हिस्से को पैदल भी पार करना मुमकिन नहीं था। लिहाजा, लोग पहले सतौन से गिरि नदी के एक छोर पर उतर रहे थे। फिर, नदी पार करने के बाद लगभग आधा किलोमीटर चढ़ाई चढ़ने के बाद ही क्षतिग्रस्त हाईवे के दूसरी तरफ जाने में सफल हो पा रहे थे। दीगर है कि यह हाईवे न केवल शिलाई उपमंडल, बल्कि शिमला जनपद के चौपाल उपमंडल की भी महत्वपूर्ण भाग्यरेखा है। हालांकि पुख्ता जानकारी नहीं है, लेकिन इस हाईवे के क्षतिग्रस्त होने से 5 से 8 दर्जन पंचायतें प्रभावित हुई हैं।
उधर वैकल्पिक व्यवस्था में प्रशासन ने पीडब्ल्यूडी को सतौन-भटरोग-डाक पत्थर पर यातायात बहाल करने के निर्देश दिए हैं। फिलहाल इस संकीर्ण मार्ग को चौड़ा करने के लिए सोमवार से जेसीबी की व्यवस्था की जाएगी। उपायुक्त आरके परुथी ने देर शाम एमबीएम न्यूज नेटवर्क को बताया कि हाईवे की बहाली में समय लग सकता है। लिहाजा, वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।