वी कुमार/मंडी
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने राज्य सरकार द्वारा ओवरलोडिंग को लेकर लिए गए फैसले को आनन-फानन में लिया गया निर्णय बताया है। माकपा ने मांग उठाई है कि जब तक सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के लिए उचित परिवहन की सुविधाएं नहीं देती तब तक इस प्रकार के निर्णय को वापिस लिया जाए। अपनी इसी मांग से संबंधित एक ज्ञापन माकपा नेताओं ने एडीसी के माध्यम से सीएम जयराम ठाकुर को भेजा। माकपा नेत्री जयवंती ने कहा कि सरकार के पास करोड़ों की बसें बेकार पड़ी हैं। इन बसों को सरकार न चाहते हुए तरह-तरह के फरमान जारी कर रही है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि ओवरलोडिंग नहीं होनी चाहिए, लेकिन जहां पर ओवरलोडिंग हो रही है उस समस्या को सरकार सही ढंग से समझते हुए उचित बस सेवा सुविधा प्रदान करे। सरकार एचआरटीसी में खाली चल रहे पदों को जल्द भरे। ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन की सुविधा को और सुदृढ़ किया जाए। जयवंती के अनुसार आजकल प्रदेश के अधिकतर इलाकों में स्कूल और कॉलेज बंद हैं, जिस कारण समस्या इतनी विकराल नहीं, लेकिन जब स्कूल और कॉलेज खुलेंगे तो फिर यह समस्या गंभीर साबित होगी।
इनका कहना है कि सरकार के इस फैसले से रोजमर्रा के कार्यों पर विपरित प्रभाव पड़ रहा है। उन लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है, जो बसों में सफर करते हैं। इन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर समय रहते उचित व्यवस्था नहीं की गई तो फिर जनता सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी, जिसकी जिम्मेदारी सरकार और निगम की होगी।