एमबीएम न्यूज/नाहन
बद्दी में भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में भाग लेकर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने संवैधानिक पद का दुरुपयोग किया है। यही नहीं, पूरे नाहन विधानसभा क्षेत्र में छोटे-छोटे शिलान्यास कर बिंदल लोगों को गुमराह करने में लगे हैं। इनमें से कई ऐसी स्कीम हैं, जिनका कांग्रेस कार्यकाल में ही काम शुरू हुआ था। मंगलवार को कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकारवार्त्ता के दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजय सोलंकी ने यह आरोप लगाए। इसकी शिकायत चुनाव आयोग के अलावा राष्ट्रपति को भेजी जा रही है। साक्ष्य जुटा लिए गए हैं। साक्ष्यों सहित यह शिकायत भेजी जाएगी।
सोलंकी ने कहा कि जबसे भाजपा सत्ता में आई है, तब से परिधिगृह को उन्होंने अपना सरकारी कार्यालय बना दिया है। उनके स्टाफ के लोग परिधिगृह में ठहरते हैं। स्टाफ का वहां पर एंट्री संबंधी कोई रिकॉर्ड नहीं है। सत्ता में आते ही बिंदल ने अपना निजी कार्यालय बंद कर दिया। अब सारा कारोबार सर्किट हाऊस से ही चल रहा है। पूरा दिन यहां मिलने वालों का भी तांता लगा रहता है। इसकी शिकायत जिला निर्वाचन अधिकारी को की जाएगी। धौण पंचायत में 1982 की एक सड़क के दो किलोमीटर के हिस्से में मैटलिंग का भी शिलान्यास किया गया। भाजपा को ऐसी क्या जल्दी है, जो अफसरों पर दबाव बनाकर अंधाधुंध उदघाटन व शिलान्यास किए गए।
कांग्रेस प्रवक्ता रूपेंद्र ठाकुर ने कहा कि नाहन की पेयजल स्कीम का आचार संहिता लागू होने से पहले जल्दबाजी में टैस्टिंग करना, सबसे बड़ा उदाहरण है। अधिकारी मना करते रहे कि अभी इसमें गुंजाइश है, लेकिन दबाव में की गई टैस्टिंग फेल हो गई। आईआईएम का उदघाटन न करा पाना वीरेंद्र कश्यप व डॉ. राजीव बिंदल की कार्यशैली पर प्रश्नवाचक चिन्ह लगा रहा है। कांग्रेस की तत्कालीन सरकार ने आईआईएम भवन के लिए जमीन उपलब्ध करवा दी थी।
सभी चाहते थे कि जल्द इस भवन का निर्माण हो, मगर पांच साल केंद्र में व सवा साल से प्रदेश में सत्ता पर काबिज भाजपाईयों ने आईआईएम भवन के शिलान्यास के लिए कोई प्रयास नहीं किया। नतीजन आज भी किराए के भवन में आईआईएम चल रहा है। नाहन के कैंट एरिया का मुद्दा भी इसी तरह लटका हुआ है। थकहार कर लोगों ने आवाज उठानी बंद कर दी है। इस मौके पर पार्षद राकेश गर्ग, कपिल गर्ग, लीगल सैल के अध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा व युवा कांग्रेसी नेता ओपी ठाकुर भी मौजूद रहे।