एमबीएम न्यूज/देहरादून
2015 में आतंकी मुठभेड़ में शहीद पति की विधवा ने देशभक्ति का गजब उदाहरण पेश किया है। एएनआई के मुताबिक शहीद की पत्नी संगीता मल्ल ने ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी में प्रशिक्षण पूरा कर लिया है। बतौर लेफ्टिनेंट सेना में अपनी सेवाएं देंगी। देशभर में ऐसे चुनिंदा ही उदाहरण होंगे, जब विधवा पत्नी ने पति की शहादत के बाद सेना में अधिकारी बनने का फैसला लिया होगा।
राइफलमैन पति शिशिर मल्ल सितंबर 2015 में कश्मीर के बारामुला सेक्टर में तैनात थे। आतंकवादी मुठभेड़ के दौरान शहादत को चूम लिया था। 2013 में शादी से पहले लेफ्टिनेंट संगीता मल्ल शिक्षिका थी। उल्लेखनीय है कि ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई में रविवार को पासिंगआउट परेड में शहीद की पत्नी लेफ्टिनेंट बनकर आई है।
लेफ्टिनेंट बनी संगीता की हिम्मत की दाद इस कारण भी देनी होगी कि उसने न केवल अपने पति को खो दिया, बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु को भी गर्भपात के कारण खोना पड़ा था, लेकिन संगीता ने हिम्मत नहीं हारी। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के ठीक एक दिन बाद लेफ्टिनेंट संगीता के संघर्ष की बेमिसाल दास्तां सामने आई है। इस पर हरेक भारतीय को गर्व करना होगा।