शिमला (एमबीएम न्यूज़) : सड़क दुर्घटना डाटा प्रबंधन प्रणाली के शुभारंभ के साथ, हिमाचल प्रदेश समूचे राज्य में मोबाईल टैबलेट के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं का डाटा एकत्र करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। परिवहन मंत्री जी.एस. बाली ने आयोजित एक कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश सड़क दुर्घटना डाटा प्रबंधन प्रणाली का शुभारंभ किया और इस एप्लीकेशन से लैस मोबाईल टैबलेट प्रदेश के सभी पुलिस जिलों के प्रतिनिधियों व विभिन्न हितधारकों को सौंपे।
यह परियोजना विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित राज्य सड़क परियोजना का भाग है, जिसके अंतर्गत हिमाचल प्रदेश सड़क आधारभूत ढांचा एवं विकास निगम के माध्यम से सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में कार्य करने वाली ब्रिटेन की कंपनी ‘टी.आर.एल. लिमिटेड’ द्वारा केरल की एक्सपीरियन टेक्नॉलॉजिज इंडिया के सहयोग से यह प्रणाली प्रदेश के लिए तैयार की गई है।
बाली ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं से संबंधित डाटा की उपलब्धता सड़क सुरक्षा के परिदृश्य का आंकलन करने और आवश्यक कदम उठाने व निर्णय लेने में मददगार होती है। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना डाटा प्रबंधन प्रणाली वैज्ञानिक तरीके से सड़क सुरक्षा प्रबंधन की दिशा में महत्त्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना डाटा प्रबंधन प्रणाली के लागू होने से प्रदेश में दुर्घटना संभावित स्थल चिन्हित करने, दुर्घटना के कारणों को जानने, इनसे संबंधित आंकड़े एकत्रित करने तथा इनका आंकलन कर सुधार के लिए समुचित कदम उठाने में मदद मिलेगी।
परिवहन मंत्री ने डाटा एकत्रण के साथ-साथ लोगों को यातायात नियमों की पालना के प्रति शिक्षित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने युवाओं की वाहनों को तेज गति से चलाने की प्रवृति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह महत्त्वपूर्ण है कि वाहन चलाते समय सभी यातायात नियमों की अनुशासन से पालना की जाए, ताकि सड़कों को सभी के लिए सुरक्षित बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि इस प्रणाली के लागू होने से परिवहन, लोक निर्माण विभाग तथा पुलिस सहित सड़क सुरक्षा से संबंधित अन्य सभी विभागों को समन्वित तरीके से सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार दुर्घटना पीड़ितों के लिए अलग से कोष सृजित करने पर विचार कर रही है।