शिमला (एमबीएम न्यूज) : किन्नौर की उरनी ढांक में भू-स्खलन के कारण सतलुज नदी में गाद आ जाने के कारण विद्युत परियोजनाएं ठप्प हुई हैं। इसी कारण नौ राज्यों को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक बारिश के कारण भारी मात्रा में भू-स्खलन का मलबा नदी में पहुंच गया। गाद की मात्रा 14,500 पार्ट पर मिलियन आंकी गई है।
परियोजनाओं के बांध के गेट खोलकर गाद की निकासी का कार्य शुरू कर दिया गया है। नाथपा झाकड़ी परियोजना के फिल्टर पानी से ही रामपुर की 400 मैगावाट विद्युत परियोजना में उत्पादन होता है। उधर बांध के गेट खोलने से सतलुज नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है।
परियोजना के प्रबंधन ने लोगों को सतलुज नदी के किनारे न जाने की चेतावनी भी जारी कर दी है। साथ ही नदी के किनारे रह रहे लोगों को सचेत रहने की हिदायत भी दी है। एचजेवीएन के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों परियोजनाओं में उत्पादन ठप्प है।