एमबीएम न्यूज़/शिमला
शिमला शहर के बहुचर्चित युग अपहरण व हत्याकांड के तीन दोषियों की सजा पर फैसला एक बार फिर टल गया। बुधवार को भी अदालत द्वारा सज़ा का ऐलान नहीं किया गया। यहां की जिला व सत्र अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए अब 05 सितम्बर की तारीख निर्धारित की है।
न्यायाधीश वीरेंद्र सिंह की अदालत में आज तीनों दोषियों तेजेंद्र सिंह, चंद्र शर्मा और विक्रांत बख्शी को कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत में पेश किया गया। इस दौरान दोनों पक्षों की बात को सुनने के बाद न्यायाधीश ने मामले की अगली सुनवाई 5 सितम्बर को तय की। इस दिन अदालत सज़ा की घोषणा कर सकती है। अब युग के परिजनों को अगली सुनवाई में इंसाफ मिलने की उम्मीद है।
युग के पिता विनोद कुमार गुप्ता और माता पिंकी गुप्ता भी आज अदालत परिसर में मौजूद रहे। 06 अगस्त को अदालत तीनों आरोपियों को दोषी ठहरा चुकी है। इसके बाद 13 और 21 को हुई सुनवाईयों में भी सज़ा पर फैसला तल गया था। तीनों अभियुक्त पिछले दो वर्षों से शिमला के कंडा जेल में हैं। शिमला शहर की जनता की नजर अब अदालत द्वारा दी जाने वाली सजा पर टिकी है।
इस हत्याकांड ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया था। तीनों आरोपियों की फांसी की सजा की मांग करते हुए शहरवासियों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया था। उल्लखेनीय है कि युग राम बाजार के कारोबारी विनोद कुमार गुप्ता का बेटा था। 14 जून, 2014 को लोअर बाजार से युग अचानक लापता हुआ था, तब वह चार का था।
युग की तलाश में नाकाम रहने पर राज्य सरकार ने मामले की जांच सीआईडी को सौंपी। सीआईडी ने मामला सुलझाते हुए 20 अगस्त, 2016 को इस प्रकरण में पहली गिरफ्तारी हुई। उसके बाद सीआईडी ने दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी कर दी थी। उसी दौरान युग की हत्या कर उसके शव को भराड़ी स्थित पेयजल टैंक में डालने का पर्दाफाश हुआ।