एमबीएम न्यूज़ / नाहन
सोमवार की सुबह चूडधार चोटी से लापता मासूम बच्ची श्रुति का चौथे दिन भी कोई पता नहीं चल पाया है। हर कोई श्रुति के अचानक लापता हो जाने को लेकर हैरान हैं। जानकारों का कहना है कि लंबे इतिहास में इस तरह की घटना पहली बार हुई है। बच्चे की तलाश में असफल हो चुके खोजी कुत्ते के बाद आज चूड़ेश्वर सेवा समिति के प्रयास से सोलन से ड्रोन कैमरे मंगवाए गए, लेकिन अंतिम समाचार के मुताबिक इन कैमरों को भी कोई सफलता हासिल नहीं हुई है। उल्लेखनीय है कि संगड़ाह के डीएसपी अनिल धोलटा भी बुधवार से चोटी पर डेरा डाले हुए हैं। सैकड़ों ग्रामीणों की तलाश विफल हुई है।
सूत्रों का यह भी कहना है, कि पुलिस हरेक पहलू से जांच कर रही है। इसके अतिरिक्त शंका जाहिर की जा रही है कि मासूम बच्ची किसी जंगली जानवर का शिकार हो गई होंगी। मगर सवाल यह उठता है कि अगर जंगली जानवर का शिकार हुई होती तो उसकी कोई न कोई वस्तु बरामद हो जानी चाहिए थी। इसमें कोई दो राय नहीं है कि पुलिस समेत प्रशासन बच्चे की तलाश में एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है। उधर डीएसपी अनिल धोलटा का कहना है कि संभावित इलाको में दो-दो सर्च पूरी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि गुज्जरो के डेरो के समीप काफी संख्या में बघेरे मौजूद है।
एक गुज्जर के गायब होने के सवाल पर डीएसपी ने कहा कि बच्ची 2 जुलाई को लापता हुई है जबकि वो बजुर्ग गुज्जर एक जुलाई को चोटी से निचे चला गया था। डीएसपी का कहना है कि पिता के बयान के मुताबिक महज पांच मिनट के अंतर पर श्रुति आंखो के सामने से ओझल हो गई थी। डीएसपी का कहना है कि सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा। उधर सोशल मीडिया में इस बात को लेकर भी सवाल उठाया जा रहा कि बच्ची की तलाश में आर्मी की मदद क्यों नहीं ली जा रही है यहाँ तो सर्च में लगे लोगो को ही आपस की कनेक्टिवटी के लिए मोहताज होना पड़ता है।
https://youtu.be/1ui6zrgT83I