सुभाष कुमार गौतम / घुमारवीं
जनपद ने देश को स्वास्थ्य मंत्री दिया है। लेकिन विडंबना यह है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के अपने गृह जिला में ही स्वास्थ्य सुविधाएं लाचार हैं। रविवार को युवा कांग्रेस का स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर शुरू किया गया अनशन 13 दिन बाद समाप्त हुआ। पूर्व विधायक राजेश धर्माणी ने अनशनकारियों को जूस पिलाकर अनशन समाप्त करवाया।
इसका उद्देश्य विधानसभा क्षेत्र में पांच महीने से खाली चल रहे डॉक्टरों के रिक्त पदों को भरवाना था। यहां तक की जोनल अस्पताल में भी डॉक्टरों की जबरदस्त कमी है। पूर्व विधायक ने आंदोलनकारियों को बताया कि घुमारवीं व भराड़ी के लिए सरकार ने डॉक्टरों की सुविधा प्रदान कर दी है। पूर्व विधायक ने कहा कि घुमारवीं में ही नहीं, बल्कि प्रदेश भर में स्वास्थ्य सुविधाएं बुरी तरह चरमराई हुई हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने बिलासपुर को एम्स का सपना दिखाया है, लेकिन धरातल पर स्थिति कुछ और है। उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस के समय में बीजेपी कहती थी कि केंद्र से बजट आ रहा है, लेकिन राज्य सरकार जानबूझ कर डॉक्टर नहीं भेजती।
धर्माणी ने डॉक्टरों की कमी को लेकर 13 दिन की लड़ाई लडऩे पर युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट किया, क्योंकि इसी के बूते घुमारवीं व भराड़ी को डॉक्टर मिले हैं।
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