एमबीएम न्यूज़ / धर्मशाला
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण एवं आयुर्वेद मंत्री विपिन परमार ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेशभर में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। अस्पतालों में डॉक्टरों एवं सक्षम कर्मचारियों की कमी को दूर करने के लिए बहुत जल्द स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद महकमे में तीन हजार पद भरे जाएंगे।
इसमें एक हजार पद नर्सों के और दो हजार पैरामेडिकल स्टाफ के पद भरे जाएंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने अपने अल्प कार्यकाल में डॉक्टरों एवं सक्षम कर्मचारियों के साढ़े 700 पद भरे हैं। इनके तहत चिकित्सा अधिकारियों के 262 पद, आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारियों के 200 एवं फार्मासिस्ट के 225 पद और 56 दंत चिकित्सकों के पद भरे गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री शनिवार को नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र के तहत आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्र जंदराह में शहीद जगदीश राणा के शहीदी दिवस पर आयोजित निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर में बोल रहे थे। इसके उपरांत परमार ने बलोल में 16.33 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्र की आधारशिला भी रखी। परमार ने कहा कि भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति ‘आयुर्वेद’ को मजबूत करने के लिए गंभीरता से प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि आयुर्वेंदिक केवल रोगों की चिकित्सा तक ही सीमित नहीं है, अपितु यह जीवन मूल्यों, स्वास्थ्य एवं जीवन जीने का सम्पूर्ण ज्ञान है। हिमाचल में औषधीय जड़ी-बूटियों एवं पौधों की अकूत सम्पदा है तथा सरकार इसके समूचित दोहन के लिए कार्य कर रही है।
शहीद जगदीश राणा केे नाम पर किया आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्र जंदराह का नामकरण
इस मौके परमार ने कहा कि प्रदेश सरकार ने शहीद जगदीश राणा को श्रद्धांजली स्वरूप एवं उनके सर्वोच्च बलिदान के सम्मान में आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्र जंदराह का नामकरण शहीद जगदीश राणा के नाम पर किया है।
उन्होंने शहीद जगदीश राणा की स्मृतियों को नमन करते हुए जंदराह में हर वर्ष 2 जून को शहीद जगदीश राणा के बलिदान दिवस पर स्वास्थ्य जांच शिविर लगाने की घोषणा की। गौरतलब है कि वर्ष 1999 में बिहार के पटना में नक्सली हमले में जगदीश राणा शहीद हो गये थे। आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिए जमीन भी शहीद जगदीश राणा के परिवार ने दी थी।
गरीबों, महिलाओं के कल्याण को प्रतिबद्ध
जंदराह एवं बलोल में जनसभाओं को संबोधित करते हुए विपिन परमार ने कहा कि गरीब और कमजोर लोगों का कल्याण सरकार की प्राथमिकता है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन की आयुसीमा को 80 वर्ष से घटा कर 70 वर्ष किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने महिला सशक्तिकरण एवं पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना आरंभ की है।
इस योजना से प्रदेश के 1 लाख परिवार लाभान्वित होंगे। इन परिवारों की गृहिणियों को रसोई गैस सिलेंडरों की जमा राशि और गैस चूल्हे के लिए आर्थिक मदद दी जाएगी। यह योजना चरणबद्ध तरीके से लागू की जाएगी तथा इस वर्ष योजना के तहत 33,600 महिलाओं को गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाए जाएंगे। परमार ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को यूनिवर्सल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम के तहत पंचायत स्तर पर कार्ड बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि गरीब लोगों को चिकित्सा सहायता के लिए मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष का गठन किया गया है। जिसके लिए वर्तमान वित वर्ष में 10 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया गया है।
घोषणाएं
इस मौके स्वास्थ्य मंत्री ने लगडू में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा थिल में आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्र खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में बड़ोह प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का दर्जा बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बड़ोह स्वास्थ्य केन्द्र में डॉक्टर के 6 पद सहित अन्य स्टाफ के पद सृजित कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जमीन उपलब्ध होने पर बड़ोह अस्पताल का बढ़िया भवन बनाया जाएगा।
बाबा बड़ोह से सिहोरबल्ला-सुजानपुर सड़क के सुधारीकरण पर 50 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। नगरोटा बगवां अस्पताल को आने वाले समय में सौ बिस्तर का किया जाएगा। उन्होंने कहा कि टांडा अस्पताल में दो महीनों के भीतर खाली पद भर दिए जायेंगे।
मुख्यमंत्री की घोषणाओं से जुड़े कार्यों की प्रगति का लिया जायजा
इसके उपरांत विपिन परमार ने मुख्यमंत्री द्वारा कांगड़ा जिले में अपने प्रवास के दौरान जिले के विकास के लिए की गई विभिन्न घोषणाओं को समयबद्ध पूरा करने को लेकर कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए सभी विभागों के संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में स्वास्थ्य, परिवहन, लोक निर्माण, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, विद्युत सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
बलोल में रखी आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्र की आधारशिला
इसके उपरांत परमार ने बलोल में 16.33 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्र की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि इस स्वास्थ्य केन्द्र के बनने से 5 पंचायतों के लगभग 10 हजार लोगों को लाभ मिलेगा। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्र के लिए भूमि दान देने वाले योगेंद्र राणा को सम्मानित किया।
विपिन सिंह परमार ने सुनीं समस्याएं
स्वास्थ्य मंत्री ने जंदराह एवं बलोल में लोगों की समस्याओं को सुना। उन्होंने अधिकतर समस्याओं का मौके पर समाधान कर दिया तथा शेष समस्याओं के समाधान के लिए संम्बंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर लोगों की समस्याओं का निपटारा करें ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा का समना न करना पड़ें।
इस अवसर पर पूर्व विधायक सजंय चौधरी, भरमौर के विधायक जिया लाल, संगठन के मंत्री पवन राणा, जिला अध्यक्ष डलहौजी डीएस ठाकुर, निदेशक आयुर्वेदा संजीव भटनागर, चंगर क्षेत्र के प्रभारी सुरेन्द्र धीमान, डॉ अमिता कॉल, डॉ अरूण चंदन, डॉ केके शर्मा, भयारी लाल खट्टा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आरएस राणा, अधिशाषी अभियंता विद्युत आरके खरवाल, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण संजीव महाजन, क्षेत्रीय परिवहन प्रबंधक राज कुमार पाठक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और क्षेत्र के लोग मौजूद रहे।