एमबीएम न्यूज़/नाहन
विक्रमबाग पंचायत के खैरवाला में जज्जा-बच्चा की जान बचाने वाले जीवनदायिनी के ईएमटी व पायलट को डीसी सिरमौर ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। शुक्रवार को एक सादे समारोह के दौरान ईएमटी जुल्फीकार अली व पायलेट राकेश को सम्मान दिया गया। बता दें कि 108 एंबुलेंस के ईएमटी व पायलेट ने कर्तव्य परायणता की मिसाल पेश कर जंगल में बेसुध हालत में पड़ी एक गर्भवती महिला की न केवल जान बचाई, बल्कि डिलीवरी को भी सफलतापूर्वक अंजाम दिया। यह डिलीवरी ऐसे समय में करवाई गई थी, जब परिजनों ने महिला को मृत घोषित कर दिया था।
घटना 24 मई की है। 12 बजकर 10 मिनट पर 108 एंबुलेंस को काल आई कि खैरवाला गांव में 37 वर्षीय महिला रोशनी प्रसव वेदना से कराह रही है। इसके बाद ईएमटी जुल्फीकार व पायलेट राकेश तुरंत 108 एंबुलेंस लेकर मौके के लिए रवाना हो गए। दोनों ने आधा रास्ता ही तय किया था कि परिजनों की काल आई और बताया गया कि गर्भवती की मौत हो गई है। एंबुलेंस की कोई जरूरत नहीं है।
दोनों को एंबुलेंस लेकर वापस जाने के लिए कह दिया। लेकिन, ईएमटी व पायलेट ने धैर्य नहीं खोया। अपना कर्तव्य पूरा करने के लिए वह मौके पर पहुंचे। देखा कि मरीज अचेत अवस्था में है और परिजन उसके अंतिम संस्कार की तैयार कर रहे हैं। मरीज की जांच करने पर ईएमटी ने पाया कि मरीज क्राउनिंग स्टेज में है।
ईएमटी ने तुरंत प्रसव की तैयारी शुरू कर दी। नवजात का सिर बाहर आते ही ईएमटी ने मरीज को सीपीआर दिया। इसके बाद मरीज को जब होश आया तो उसे प्रसव के लिए तैयार किया और डिलीवरी सफलतापूर्वक हो गई।
इस कार्य को बेहतर ढंग से अंजाम देने व कर्तव्य परायणता की मिसाल पेश करने के लिए ईएमटी जुल्फीकार व पायलेट राकेश को जीवीके प्रबंधन की ओर से डीसी के हाथों सम्मान देकर पुरस्कृत किया गया।