शिमला (एमबीएम न्यूज़) : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे की कंपनी का टर्नओवर 16 हजार गुना बढ़ने के मामले को लेकर कांग्रेस ने आक्रामक तेवर इखतियार कर लिए हैं। इस मामले को लेकर कांग्रेस ने अमित शाह से इस्तीफे की मांग की है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट के पदासीन जजों से मामले की जांच करवाने की मांग की है।
शिमला में आज एक प्रेस कांफ्रेंस में एआईसीसी सचिव व हिमाचल मामलों की कांग्रेस सह प्रभारी रंजीत रंजन ने कहा कि ईडी और अन्य एजेंसियां शाह के बेटे के खिलाफ निष्पक्ष जांच नहीं कर सकतीं, लिहाजा मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के जजों से करवाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सीएम पर तो आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में कई जांचें कराई जा रही है, तो क्या मोदी सरकार शाह के मामले में जांच करवाने की हिम्मत रखती है?
रंजीत रंजन ने कहा कि एक बेबसाईट ने यह खुलासा किया है कि अमित शाह के बेटे की कंपनी टेम्पल इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड मार्च 2013 से मांर्च 2014 तक घाटे में रही। लेकिन 2014-15 में ये कंपनी मुनाफे में आ गई। उन्होंने बताया कि पहले मुनाफा 18,728 रुपये और कंपनी का कुल राजस्व सिर्फ 50,000 रूपये था। लेकिन वर्ष 2015-16 में कंपनी का टर्नओवर 80 करोड़ हो गया। इस तरह एक साल में टर्नओवर में ये बढ़ोतरी 16,000 गुना रही। इस समय अवधि में केंद्र में मोदी की सरकार थी।
उन्होंने शाह के बेटे की कंपनी को मिले लोन पर सवाल उठाते हुए कहा कि राजीव खांडेलवाल नामक एक शख्स ने अपनी फाइनेंशियल कंपनी से टेम्पल इंटरप्राइजेज को 15.78 करोड़ का लोन दिया। इसके बाद अक्टूबर 2016 में टेम्पल इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड बंद हो गई है और इस कंपनी के बंद करने की वजह बताई गई इसका घाटे में चलना।
उन्होंने अमित शाह के बेटे की दूसरी कंपनी कुसुम फिनसर्व को लेकर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस कंपनी में जय शाह का शेयर 60 फीसदी है और इस कंपनी को भी राजेश खंडेलवाल ने लोन दिए हैं।
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