नेरचौक (अमीता सेन) : बल्ह खण्ड की अंडर-14 खेलों के आयोजन में निर्णय को लेकर घपलेबाजी का मामला सामने आया है। जिससे समिति की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है। बता दें कि बल्ह घाटी के वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में अंडर-14 लड़कियों की खेलों का आयोजन किया जा रहा है। जहां सांस्कृतिक कार्यक्रम भी करवाये जा रहे हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम में हुए निर्णय को लेकर विवाद के चलते हिल ऑक मॉडल स्कूल की छात्राओं के फॉक डांस के प्रथम आने की मंच से घोषणा की गई। लेकिन बाद में स्कूल प्रबंधन को सूचित किया जाता है कि आप का स्कूल द्वितीय स्थान पर रहा है।
निर्णय में बदलाव को देखते हुए नन्ही छात्राओं के मनोबल को आघात पहुंचा है, लेकिन स्कूल प्रबंधन एवं छात्राओं के आत्मविश्वास ने अपने पक्ष को पेश करते हुए अपना मजबूत पक्ष खेल प्रतियोगिता आयोजन समिति के समक्ष रखा। जिस पर खेल आयोजकों ने निर्णय में बदलाव कर फॉक डांस में प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त करने वालों को संयुक्त स्थान देने का निर्णय लिया। लेकिन इस निर्णय के खिलाफ छात्राओं ने मंच पर से ही नारेबाजी कर अपनी आवाज बुलन्द की और निर्णय मण्डल के निर्णय को यथावत रखने पर मजबूर कर दिया। निर्णायक मण्डल ने भी अपने प्रथम निर्णय को सही मानते हुए अपना निर्णय दिया। तभी कहीं जाकर मामला ठण्डा हो सका, लेकिन मामले के सामने आने से यह बात सत्य हो गई है कि स्कूली खेलों में अध्यापक वर्ग राजनीतिक दखल अदायगी एवं भेदभाव व द्वेष को बढ़ावा दे रहे हैं और प्रभावित खिलाड़ियों के मनोबल को गिराने का काम कर रहे हैं।
पर्यवेक्षक खेल प्रतियोगिता एवं प्रधानाचार्य राजेश गुप्ता ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम के निर्णय को लेकर कुछ विवाद हो गया था जिसको लेकर आपसी चर्चा कर सुलझा लिया गया है।
हिल ऑक मॉडल स्कूल के निदेशक रोशन लाल कपूर ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम में हमारे बच्चों ने गागल में हो रहे अंडर-14 प्रतियोगिता में भाग लिया, जिसमें फॉक डांस में निर्णायक मण्डली ने पहले मंच पर से प्रथम आने की घोषणा की। परन्तू कुछ घण्टों बाद दूरभाष पर स्कूल को द्वितीय स्थान पर आने की सूचना दी। जिसका बच्चों व स्कूल प्रबंधन ने विरोध किया, जिसपर निर्णय को दुरूस्त किया गया।