ऊना (एमबीएम न्यूज) : जिला के हरोली उपमंडल के तहत पड़ते गांव पूबोवाल निवासी 75 वर्षीय पूर्ण सिंह पुत्र करतार सिंह ने मरणोपरांत देहदान करने का फैसला लिया है। प्रदेश में बतौर सब इंस्पेक्टर के पद से सेवानिवृत हुए पूर्ण सिंह का यह फैसला इस उम्र में आकर साहसिक तो है ही साथ ही कई लोगों के लिए अनूठी मिसाल भी है।
सोने पर सुहागे की बात यह है कि उनके इस फैसले से उनके परिवार में सभी सदस्य खुश हैं और उनके निर्णय का पूरी तरह से समर्थन भी किया है। सांस की बीमारी से जूझ रहे पूर्ण सिंह सोमवार को क्षेत्रीय अस्पताल में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय अस्पताल के प्रबंधन से मरणोपरांत देहदान करने के संबंध में औपचारिकताओं को पूछ आवेदान फार्म भी लिया।
मरणोपरांत देहदान करने वाले पूर्ण सिंह ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में बतौर सिपाही, एएसआइ तथा सब इंस्पेक्टर के रूप में सेवाएं प्रदान कर चुके हैं। समाज और देश की सेवा में तत्पर रहे पूर्ण अब भी अपनी देह को दान कर देश के लिए ऐसे दायित्व को निभाना चाहते हैं कि मरणोपरांत भी उनका शरीर किसी के काम आ सके।
पूर्ण सिंह बताते हैं कि वर्तमान दौर वैज्ञानिक दौर हैं, मरणोपरांत वैसे भी आदमी का शरीर राख में ही तबदील होना है। फिर क्यों न इस शरीर को किसी ऐसे कार्य के लिए दिया जाए कि समाज में मरने के बाद भी किसी को सीख तो किसी को बेहतर जिंदगी मिल सके। क्योंकि एक ओर मरने के बाद अस्पताल में मृत शरीर को प्रशिक्षु डाक्टर नये शोध कर लाभ हासिल करेंगे। वहीं किसी हादसे में या किसी प्रकारसे शरीर में किसी अंग की कमी को झेल रहे व्यक्ति के अंग भी काम आ सकते हैं।