सोलन (एमबीएम न्यूज): यह कहानी पूरी तरह से फिल्मी है। लेकिन हकीकत में है। करीब चार महीने पहले कंडाघाट के नजदीक हैप्पी की लाश मिलती है। पंजाब के इस गैंगस्टर को मौत के घाट उतारने के बाद लाश को नेशनल हाईवे के नजदीक फेंक दिया गया। अब पुलिस ने हैप्पी की सुपारी देने वाले मुख्य आरोपी मनदीप सिंह को पंजाब के नाभा से गिरफ्तार किया है, जो हैप्पी की हत्या करवाने के बाद दुबई भाग गया था।
हर कोई इस बात से दंग रह जाएगा, जब पता चलेगा कि हैप्पी से ही मुख्य आरोपी ने अपने पिता की हत्या करवाई थी। मुख्य आरोपी मनदीप सिंह उर्फ मन्नू की तलाश में कंडाघाट पुलिस तीन महीनों से पंजाब व हरियाणा में दबिश दे रही थी। मूलत: अमृतसर के रहने वाले हैप्पी के परिजनों ने भी बेटे की हत्या पर कोई खास आंसू नहीं बहाए थे, क्योंकि वह खुद भी गैंगस्टर ही था।
इस मामले में पुलिस ने पहले दो युवकों सुशील व मनमीत को गिरफ्तार किया, जिन्होंने खुलासा किया कि उनको मनदीप ने हैप्पी को मौत के घाट उतारने की सुपारी दी थी। कुल मिलाकर नतीजा यह निकला है कि हत्यारे को गुनाह की अपनी सजा हत्या से मिली।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. मनमोहन सिंह ने पुष्टि करते हुए कहा कि मुख्य आरोपी मनदीप सिंह ने हैप्पी के मर्डर की सुपारी दी थी। उन्होंने यह भी माना कि हैप्पी ने ही कुछ समय पहले मुख्य आरोपी के पिता को मौत के घाट उतारा था। अलबत्ता मुख्य आरोपी मनदीप व मृतक हैप्पी के बीच में ऐसा क्या हुआ, जिससे हैप्पी की भी सुपारी दे दी गई।
दीगर बात यह है कि यह मामला हिमाचल से नहीं जुड़ा हुआ है, बल्कि पंजाब का ही पीडि़त है ओर पंजाब का ही मुख्य आरोपी।