चंडीगढ़, 2 अप्रैल : आयाराम-गयाराम की राजनीति से पहचान रखने वाले राज्य हरियाणा में इस दफा लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) बेहद दिलचस्प होने वाला है। पिछले चुनाव में जहां बीजेपी ने कुल 10 लोकसभा सीटों पर बंपर जीत दर्ज की थी, वहीं इस बार स्थितियां बदली हुई हैं। कांग्रेस का हाल भी बुरा है। उसके दिग्गज नेता चुनाव लड़ने से परहेज कर रहे हैं। राजनीतिक सूत्रों के अनुसार कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने निजी सर्वेे (private survey) के आधार पर कांग्रेस के कई दिग्गजों को चुनाव के लिए तैयार कर दिया है। हालांकि, प्रदेश में लोकसभा चुनाव में जजपा, इनलो, बसपा भी अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे। मगर कांग्रेस के वोट काटने के अलावा ये दल कोई करिश्माई प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे।
छह माह बाद हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसके चलते कांग्रेस के अधिकतर सीनियर लीडर लोकसभा चुनाव में उतरना नहीं चाह रहे हैं। भाजपा ने पहली दो लिस्टों में अधिकतर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। वहीं, कांग्रेस में अभी भी असमंजस की स्थिति है। भाजपा ने इस दफा कई सीटिंग एमपी (Seating MP) के टिकट काट दिए हैं।
https://whatsapp.com/channel/0029VaUzMneEQIajRpaMpZ1d
सिरसा (सुरक्षित) सीट से भाजपा ने कांग्रेस से बीजेपी में आए अशोक तनवर को उम्मीदवार बनाया है। जबकि यहां से कांग्रेस कुमारी शैलजा को चुनावी मैदान में उतारना चाह रही है। मगर शैलजा अंबाला से चुनाव लड़ना चाहती है। कुमारी शैलजा के पास दोनों सीटों के विकल्प खुले हैं। अंदरुनी सूत्रों का कहना है कि अशोक तनवर और शैलजा के आपस में संबंध अच्छे रहे हैं, जिसके चलते शैलजा सिरसा से न लड़कर अंबाला से चुनाव लड़ने को प्राथमिकता देगी।
भिवानी, महेंद्रगढ़ से पिछला चुनाव जीते धर्मवीर को बीजेपी ने टिकट थमाया है। यहां से बंसी लाल की पौत्री व कांग्रेस की सीनियर लीडर किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी का टिकट लगभग पक्का है, जिसके चलते इस बार भाजपा को यहां कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ेगा।
फरीदाबाद से बीजेपी ने कृष्णपाल गुज्जर पर फिर से भरोसा जताया है। यहां कांग्रेस से कर्ण सिंह दलाल को कांग्रेस चुनावी मैदान में उतार सकती है। गुज्जर बहुल इस सीट पर कृष्ण पाल गुज्जर काफी मजबूत स्थिति में दिखाई दे रहे हैं।
रोहतक (हाॅटसीट) से बीजेपी ने अरविंद शर्मा को दोबारा चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं, कांग्रेस युवा नेता व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पुत्र दीपेंद्र सिंह हुड्डा को टिकट देगी। उनका टिकट लगभग पक्का है। यहां, इस दफा कांग्रेस सबसे मजबूत स्थिति में है।
भाजपा ने उत्तरी हरियाणा में अंबाला से स्व. रतन लाल कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया को टिकट दिया है। यहां से कांग्रेस कुमारी शैलजा पर दांव लगाएगी।
मोबाइल पर सबसे पहले पाएं हिमाचल की ताजा खबरें, यहां क्लिक कर ज्वाइन करें हमारा WhatsApp Group
कुरुक्षेत्र से नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री बनने के चलते नवीन जिंदल को कांग्रेस से भाजपा में लाकर उन्हें चुनावी रण में उतारा गया है। वहीं, यहां आम आदमी पार्टी के साथ समझौते के चलते कांग्रेस अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी। यहां से सुशील गुप्ता आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी होंगे। वहीं, इनलो से पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के पुत्र अभय सिंह चौटाला ने चुनावी मैदान में ताल ठोककर चुनावी मुकाबले को तिकोना बना दिया है।
करनाल से खुद पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं, कांग्रेस अभी तक यहां से प्रत्याशी को लेकर असमंजस की स्थिति में है।
सोनीपत से निवर्तमान सांसद रमेश कौशिक का एक वीडियो वायरल (Video Viral) होने के कारण उनके स्थान पर मोहन लाल बडोली को टिकट दिया है। कांग्रेस आलाकमान यहां से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनाव लड़वाना चाहती है। मगर वह विधानसभा चुनाव के कारण लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते। इसके चलते कांग्रेस की और से यहां जगबीर मलिक का नाम टिकट की दौड़ में सबसे आगे है।
गुरग्राम से दिग्गज नेता राव इन्द्रजीत सिंह पर फिर से भरोसा जताया है। वहीं कांग्रेस अपने पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव के अलावा राव दान सिंह को टिकट दे सकती है।
हाॅट माने जाने वाली हिसार सीट से मनोहर लाल खट्टर सरकार में बिजली मंत्री रहे रणजीत चौटाला को बीजेपी ने टिकट दिया है। कांग्रेस यहां बीजेपी से आए निवर्तमान सांसद विजेंद्र सिंह को टिकट देगी। उनका टिकट लगभग पक्का है।
हिसार से निवर्तमान सांसद व पूर्व आईएएस अधिकारी रहे विजेंद्र सिंह कांग्रेस में चले गए हैं। यहां से स्व. मुख्यमंत्री भजन लाल के पुत्र कुलदीप बिश्नोई, भाजपा के पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु भी टिकट की दौड़ में शामिल रहे। मगर, मनोहर लाल खट्टर के विरोध के चलते उन्हें टिकट नहीं मिल पाया।
हिसार सीट को स्व. भजन लाल के अलावा चौटाला परिवार के प्रभुत्व वाली सीट माना जाता है। मगर टिकटों में मनोहर लाल खट्टर ने अपने सारे विरोधियों को चित्त करते हुए अप्रत्याशित रूप से बिजली मंत्री रहे रणजीत चौटाला को टिकट दिलाया है। यहां से पूर्व में जजपा के उम्मीदवार रहे पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी एक बार सांसद रहे हैं। तमाम परिस्थितियों ने हरियाणा के लोकसभा चुनाव में हिसार को सबसे हाॅट सीट बना दिया है।