शिमला, 1 मई : पीएचडी में दाखिले के लिए 18 जून को नेट एग्जाम होगा। इसके लिए शेड्यूल जारी कर दिया गया है। खास बात ये है कि इस बार पीएचडी के लिए एक ही सिंगल एजेंसी के जरिए एग्जाम करवाया जाएगा। नेट स्कोर के आधार पर ही पीएचडी में दाखिला मिलेगा। हिमाचल प्रदेश विवि में इस बार 137 सीटों के लिए यह परीक्षा होनी है।
पहले यूजीसी नेट परीक्षा 16 जून को होने वाली थी लेकिन यूपीएससी परीक्षा के साथ हो रहे टकराव के कारण एग्जाम की तारीखों में बदलाव किया गया है। अब परीक्षा 18 जून को आयोजित किया गया है। परीक्षा सीबीटी-मोड के बजाय ओएमआर-मोड में होगी।
यूजीसी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया चल रही है। उम्मीदवार परीक्षा के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर 10 मई तक आवेदन कर सकते हैं। एनटीए एक ही दिन में पूरे भारत में ओएमआर मोड में यूजीसी-नेट 2024 आयोजित करेगा। यूजीसी-नेट में दो पेपर शामिल होंगे। दोनों पेपरों में बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे।
नए सिस्टम से सीटों के आबंटन में पारदर्शिता
इस बार पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया बदलने से सीटों के आबंटन में भी पारदर्शिता आएगी। एचपीयू की बात करें तो अक्सर पीएचडी सीटों में धांधलियों के आरोप लगते रहते हैं। लेकिन अब इस बदली व्यवस्था से धांधलियां नहीं हो पाएगी। अब यूजीसी के इस निर्णय से छात्र एक ही टेस्ट के माध्यम से जेआरएफ, नेट एवं पीएचडी में प्रवेश पा सकेंगे।
साथ ही, विवि के प्रवेश परीक्षा करवाने के झंझट से मुक्ति मिलेगी। वहीं, दूसरी ओर नए नियम आने से पीएचडी में एडमिशन लेने के लिए नेट परीक्षा में अच्छा स्कोर अनिवार्य हो जाएगा।