शिमला (शैलेंद्र कालरा) : राज्य में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां परवान पर पहुंच चुकी हैं। प्रचार में नेताओं को जनता की खरी-खोटी भी खूब सुननी पड़ रही है। लेकिन आपको चुनाव की इस बेला पर यह भी जानना बेहद जरूरी है कि आपके वोट से विधायक बनने वाले नेता जी पर सरकार कितना खर्चा उठाती है। लिहाजा एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने चुनावी दंगल में उतरे एक विधायक से बात की। जवाब मिला, सवा दो लाख रुपए के आसपास वेतन मिल जाता है। 2-3 बीएचके फ्लैट शिमला में निशुल्क रहता है।
इसके अलावा गाड़ी व घर के लिए 50 लाख रुपए का लोन 4 प्रतिशत ब्याज पर मिलता है। विधायक ने यह भी कहा कि तमाम भत्ते मिलाकर सवा दो लाख रुपए मासिक मिल जाता है। साफ है कि एक विधायक पर सरकार पांच सालों में डेढ़ से सवा करोड़ के बीच खर्च करती है। राज्य के मंत्री 2.35 लाख के आसपास मासिक वेतन हासिल करते हैं। हिमाचल में विधायकों को सांसदों से अधिक वेतन मिलने लगा है।
राज्य सरकार ने इसी साल मंत्रियों, मुख्य संसदीय सचिवों व विधायकों के वेतन में 60 से 100 प्रतिशत तक वृद्धि की थी। विधायकों को हवाई व रेल यात्रा की भी सुविधाएं मिलती हैं। मुफ्त यात्रा की मियाद दो से अढ़ाई लाख पहुंच चुकी है। बकायदा यात्रा के लिए एडवांस राशि का भी प्रावधान है। सरकार ने विधायकों के मासिक वेतन व भत्तों में एक अप्रैल 2016 से वृद्धि कर दी थी।
बहरहाल निर्वाचित प्रतिनिधियों का यह भी तर्क है कि सरकार से मिलने वाली राशि कई बार कम पड़ जाती है। संभवत: ऐसा भी हो सकता है कि माननीय विधायकों का खर्चा आईएएस व आईपीएस अधिकारियों से भी ज्यादा हो।