पावटा साहिब (एमबीएम न्यूज़) : अमरकोट गांव में रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है। अमरकोट में घर का सामान लेकर लौट रहे एक 7 वर्षीय बच्चे को कुत्तों के झुंड ने नोच-नोच कर मार डाला। बच्चे को इतनी बुरी तरह काटा गया था कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बच्चे का नाम विक्की है। विक्की प्रवासी मजदूर धर्मेंद्र का बेटा था।
घटना शनिवार सुबह लगभग 10:30 बजे पेश आई। मिली जानकारी के अनुसार विक्की की मां ने उसे घर का कुछ सामान लेने के लिए साथ ही लगती दुकान में भेजा था। विक्की घर का सामान लेकर वापस लौट रहा था। इस दौरान गांव के कुत्तों का एक झुंड ने उसके ऊपर हमला कर दिया। इससे पहले कि आसपास के लोग विक्की को कुत्तों से छुड़ा पाते, कुत्तों ने विक्की का सिर चेहरा गर्दन व पेट पर पूरी तरह से काट लिया था। खूंखार कुत्तों ने विक्की को छुड़ाने आए पड़ोस के कुछ लोगों पर भी हमला कर दिया।
किसी तरह विक्की को कुत्तों से मुक्त कराया गया, लेकिन तब तक मासूम दम तोड़ चुका था। घटना की सूचना तुरंत स्थानीय पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरु कर दी है, लेकिन पावटा पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई पर स्थानीय लोगों ने गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कुत्तों का एक झुंड पिछले 2 साल से यहां छोटे पशुओं और इंसानों को निशाना बना रहा है। यह बहशी कुत्ते कई बकरियों व बछड़ों को चट कर चुके हैं।
लोगों का कहना है कि इन मामलों की शिकायत लगातार प्रशासन से की जा रही है लेकिन प्रशासन ने कुत्तों के आतंक से मुक्ति दिलाने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाया है। घटना को लेकर अमरकोट सहित आसपास के गांवों के लोग बेहद गुस्से में है। छोटे बच्चे और ग्रामीण बहुत डरे हुए हैं। कई परिवार स्कूल से बचों को घर केकर आ गए हैं।
ग्रामीणों ने फिर प्रशासन से मांग की है आदमखोर हो चुके इन कुत्तों का जल्द इंतजाम किया जाए अन्यथा ग्रामीण सड़कों पर उतर आएंगे और कुत्तों से निपटने के लिए स्वयं कदम उठाएंगे। अमरकोट गांव के प्रधान राकेश मेहरालु ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर प्रशासन ने जल्द प्रभावी कदम नहीं उठाए तो ग्रामीण स्वयं आदमखोर कुतों का सफाया करेंगे।