कुल्लू(एमबीएम न्यूज़) : अंतर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव की तीसरी सांस्कृतिक संध्या में पंजाबी सुफी गायक रणजीत बावा ने खूब धमाल मचाया। रणजीत बावा ने एक से बढ़कर एक पंजाबी सूफी गीत पेश कर दर्शकों को खूब नचाया। इस सांस्कृतिक संध्या का आगाज कुल्लवी नाटी से हुआ और उसके बाद एक के बाद एक कलाकारों ने मंच पर चढ़कर अपनी-अपनी प्रस्तुति दी।
पंजाबी गायक रणजीत बावा ने सर से जो सरकी जो धीरे धीरे, तेरी चुनरिया दिल ले गई, कदी ता हंस बोल दे जिंद साड़ी रोल दे सहित कई पंजाबी गीत पेश कर दर्शकों को खूब नचाया। संध्या कार्यक्रम का आगाज सूरजमणि की शहनाई वादन के साथ हुआ। इसके बाद कुल्लुवी नाटी की भव्य प्रस्तूति हुई।
कार्यक्रम मे स्थानीय कलाकारों सहित विभिन्न स्थानों से आये कलाकारों ने अपनी संस्कृति से रूबरू किया। कलाकारों की प्रस्तूति से कलाकेंद्र में दर्शकों के शोर से गूंज उठा। कार्यक्रम में विशेष ब्च्चों ने बेहतरीन डांस की प्रस्तूति दी। मास्टर डांस यशवंत की प्रस्तूति ने सभी का मन मोह लिया। इसके बाद श्वेता शर्मा, चम्पा कुमारी, तुषार शर्मा, दीवान, दीप आदि कलाकारों ने गीत गाकर खूब सकम बांधा।
कुसुम कला मंच हमीरपुर ने झमाकड़ा नृत्य पेश किया। वहीं मंडी के कलाकारों ने ठोढ़ नृत्य पेश किया, जिसमें भादर माह की चांदनी रात मे शिव की स्तुति का व्याख्यान किया। शिव को मनाने के लिए यह नृत्य किया जाता है। जबकि राज्यस्थान के कलाकारों ने मोर नृत्य पेश किया, जिसमे फूलों की होली खेली गई।
झारखंड के कलाकारों ने दुर्गा पूजा व महिषासुर का वध नृत्य के माध्यम से दर्शाने का प्रयास किया। तीसरी सांस्कृतिक संध्या में पंजाबी कलाकार ने समा बंधा संध्या मे मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह उपस्थित रहे। इनका स्वागत कुल्लुवी परंपरा के अनुसार किया।