हमीरपुर (एमबीएम न्यूज़) : एक तरफ तो सरकार राशन कार्डों का डिजिटिलाइजेशन करके सब्सिडी का सीधा लाभ पात्र उपभोक्ताओं तक पहुंचाने तथा बोगस राशन कार्डों पर लगाम कसने के लिए सरकारी खर्चे पर डिजिटल राशन कार्ड उपलब्ध करवाने की घोषणाएं कर रही है। इतना ही नहीं, जुलाई माह में नए राशन कार्डों पर राशन देने का निर्णय भी लिया जा चुका है। दूसरी ओर विभागीय लापरवाही का खमियाजा नादौन शहर के लोगों को भुगतना पड़ रहा है
नादौन शहरी क्षेत्र में नए डिजिटल राशन कार्ड बनवाने के लिए उपभोक्ताओं द्वारा भर कर भेजे गए आवेदन फार्म में से आधे गायब हो चुके हैं। जिसके चलते डिपू होल्डर ऐसे उपभोक्ताओं को दोबारा यह फार्म भर कर विभाग के पास जमा करवाने को कह रहे हैं। स्थानीय लोगों संदीप, विवेक, मोहन, राकेश, संजीव, नीरज, शुभम, दिनेश, आशु, मनोज आदि ने बताया कि नादौन के वार्ड न. तीन में स्थित सिविल सप्लाई के डिपू में करीब 750 उपभोक्तओं का पंजीकरण हुआ है।
सभी उपभेकताओं ने विभाग के पास डिजिटल राशन कार्ड के लिए आवेदन फार्म जमा करवाने से पूर्व सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर रखी हैं। अब उपभोक्तओं को पता चला है कि यहां अभी तक मात्र 350 डिजिटल राशन कार्ड ही बन कर आए हैं। अब विभाग इन उपभोक्ताओं को एक बार फिर से पुाम्र ीारने के लिए कह रहा है। लोगों ने बताया कि जो कार्ड अभी तक बन कर आए हैं उनमें भी कई तरह की कमियां हैं। बताया जा रहा है कि किसी कार्ड में उपभोक्ताओं के नाम ही कट गए हैं, जबकि कइयों के नाम ही गलत दर्ज हुए हैं।
लोगों में इस बात को लेकर रोष है कि जिन लोगों के कार्ड बन कर आए हें उनमें तो खामियां हें और जिनके बन कर नहीं आए हें अब दोनों ही मामलों में उन्हें फिर से कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ेंगे। लोगों का कहना है कि किसी कर्मचारी की गलती का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है। इस संबंध में खाद्य आपूर्ति निरीक्षक नीना कुमारी ने कहा है कि शीघ्र ही नए कार्ड उपभोक्ताओं को दे दिए जाएंगे। उन्होंने कहा किसी कारणवश कुछ उपभोक्ताओं के फार्म दोबारा भरवाए जा रहे हैं।