रिकांगपिओ (जीता सिंह नेगी) : नदी तटों पर अवैध खनन पर प्रतिबंध के बाद भी कुछ लोग नियमों को धत्ता बता कर चांदी कूट रहे है। हैरानी तो यह है कि इस कार्य में वे लोग ज्यादा है जो सरकारी कार्य के नाम पर अवैध खनन को अंजाम दे रहे है। बताया जाता है कि बीते काफी समय से करच्छम, जंगी, चोलिंग आदि क्षेत्रों में रात के अंधेरे में मशीनरियों के माध्यम से अवैध खनन में लगे हुए है।
हैरानी की बात तो यह है कि यदि कोई जरूरतमंद ग्रामीण अपने निजी कार्य के लिए नदी तटों से रेत-बजरी निकालता है तो उन लोगों को कानून का हवाला देकर भारी भरकम जुर्माना वसूला जा रहा है लेकिन वे लोग साफ बच जाते है जिन्होंने अवैध खनन को अपने कमाई का जरिया बना रखा है। लिहाजा माईनिंग विभाग के अधिकारियों पर संशय उठना लाजमी है जिन्हें सरकार द्वारा अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए अधिकृत किया गया है।
सूत्र बताते है कि जिला में राष्ट्रीय उच्च मार्ग सहित परियोजनाओं के निमार्ण कार्य के नाम पर करच्छम, जंगी सहित चोलिंग आदि क्षेत्रों में रात के अंधेरे में सतलुज नदी के तटों पर बडे-बडे मशीनरियों के माध्यम से बेतहाशा अवैध खनन को अंजाम दिया जा रहा है। इस अवैध कार्य में नियमों व कायदे कानूनों तक को धत्ता बता कर करोडों रूपए की लागत से निर्मित किए गए पुलों के तीन सौ मीटर के दायरे में भी रात के अंधेरे में अवैध खनन किया जा रहा है। जब कि कानूनन नदी तटों सहित पुलों के आस-पास तीन सौ मीटर के दायरे में अवैद्य खनन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा रखा है।
उधर जिला माईनिंग अधिकारी गगन दीप का कहना है कि अवैध खनन करने वालों के विरूद्ध कार्रवाही की जा रही है। यदि करच्छम के पास पुल के निकट अवैध खनन का मामला चल रहा है तो अवश्य कार्रवाही की जाएगी।