नाहन (एमबीएम न्यूज) : ऐतिहासिक गुरूद्वारा श्री दशमेश अस्थान साहिब में आज शहीदों के सरताज साहिब श्री गुरू अर्जुन देव महाराज जी का शहीदी दिवस मनाया गया। इस दौरान आज दिन भर गुरूद्वारा में शब्द कीर्तन हुआ और सैंकड़ों की संख्या में संगतों ने श्री गुरू ग्रंथ साहिब महाराज जी के चरणों में शीश नवाया। गुरूद्वारा साहिब में 27 मई से अखंड पाठ साहिब की आर भता हुई जिसका आज सुबह 10 समाप्ती के उपरांत गुरूद्वारा में कीर्तन समागम का आयोजन किया गया। जिसमें रागी जत्थों ने संगतों को शब्द गायन कर निहाल किया।
गुरूद्वारा परिसर में आयोजित समागम में हजुरी रागी भाई गुरमीत सिंह, भाई लक्ष्मण सिंह व बीबी देवेंद्र कौर आदि समेत अन्य रागी जत्थों ने शब्द गायन किए। इस दौरान गुरूद्वारा परिसर में ठंडे पानी की छबिल लगाई गई साथ ही विशाल लंगर का आयोजन भी किया गया। जिसमें सभी धर्मो के लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान अमृत सिंह शाह ने इस दौरान जानकारी देते हुए अपने संबोदन में कहा कि श्री गुरू अर्जुन देव महाराज जी शांति के पुंज मानवता के सच्चे सेवक धर्म के रक्षक शांत और गंभीर स्वभाव के स्वामी तथा अपने युग के सर्वमान्य लोकनायक थे। जन कल्याण के लिए गुरू साहिब ने जो कार्य किए वह अपने आप में मिसाल है। उनके मन में सभी धर्मो के प्रति अथाह स्नेह था। श्री गुरू अर्जुन देव जी सिक्ख धर्म के पहले शहीद थे। उस वक्त के हुक्मरानों को सिक्ख धर्म का दिनों दिन बढऩा रास नहीं आ रहा था इसी ईर्ष्या के कारण बिना किसी दोष गुरू साहिब जी को शहीद कर दिया गया। शाह ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी गुरूद्वारा साहिब में गुरू अर्जुन देव महाराज जी का शहीदी दिवस बढ़ी श्रद्धाभाव के साथ मनाया गया। इस दौरान सैंकड़ों की संख्या में संगतों ने गुरूद्वारा परिसर में शीश नवाया।