शिमला : हिमाचल प्रदेश के 17 लोगों ने दिल्ली के निजामुदीन इलाके में हुए धार्मिक समारोह तबलीगी जमात में हिस्सा लिया था। ये सभी दिल्ली में क्वारंटाइन पर हैं। कोरोना संदिग्ध होने के चलते दिल्ली में इनके कोरोना वायरस के सैंपल लिए जा रहे हैं। यह धार्मिक सभा 13 से 15 मार्च तक आयोजित की गई थी तथा इसमें भाग लेने वाले कुछ लोगो में कोरोना वायरस संक्रमण फैल गया है। इनमें छह लोगों की मौत हो गई है।
प्रदेश पुलिस के प्रवक्ता खुशहाल शर्मा ने बताया कि हिमाचल के 17 लोगों ने जमात में हिस्सा लिया था। इनमें 14 लोग चंबा, 2 लोग सिरमौर के पांवटा साहिब और एक ऊना जिला का रहने वाला है। ये सभी अभी तक हिमाचल नहीं लौटे हैं। दिल्ली सरकार द्वारा इन 17 लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है।
खुशहाल शर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस से बचने एवं इसे फैलने से रोकने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा लगाए गए कर्फ्यू के दृष्टिगत राज्य की सभी अन्तर्राज्जीय सीमाओं को सील कर दिया गया है तथा पुलिस विभाग द्वारा सीमाओं पर समुचित मात्रा में पुलिस जवानों की तैनाती की गई है ताकि बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों व व्यक्तियों की आवाजाही बन्द की जा सके। इसके अतिरिक्त कर्फ्यू के आदेशों की पालना सुनिश्चित करने के लिए पूरे प्रदेश मे भारी मात्रा में पुलिस बल को तैनात किया गया है।
उन्होंने कहा कि कर्फ्यू के आदेशों का प्रदेश के अधिकतर लोगों द्वारा पालन किया जा रहा है, किन्तु कुछ लोगों द्वारा इन आदेशों का उल्लंघन करने पर उल्लंघनकर्ताओं के विरूद्व पुलिस विभाग द्वारा कानून के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। पिछले 24 घण्टे के दौरान कर्फ्यू तोड़ने पर 25 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अतिरिक्त छह वाहनों को जब्त किया गया है तथा 26100 रूपये का जुर्माना किया गया है।
खुशहाल शर्मा ने कहा कि कर्फ्यू के दौरान कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर झूठी पोस्टें डाली गई हैं तथा अफवाए फैला कर आम जनता को गुमराह किया जा रहा है। इस सन्दर्भ में पुलिस विभाग द्वारा 13 अभियोग पंजीकृत किए गए है।