नाहन (एमबीएम न्यूज़) : सोशल मीडिया प्रभारी व शिलाई युवा कांग्रेस महासचिव सुनील चौहान ने कहा कि गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय क्षेत्र का दर्जा दिलवाने के लिए हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकारें हमेशा तत्पर रही है। लेकिन शिलाई के वर्तमान विधायक बलदेव तोमर और बाकी सभी भाजपाई इस विषय पर हमेशा गलत तथ्य पेश करके राजनीतिक रोटियां सेंकने का प्रयास करते रहते हैं।
सुनील चौहान का कहना है गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय क्षेत्र का दर्जा दिलवाने के लिए हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने 1985 में और उसके बाद 1994 में भी भारत की केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजे थे। लेकिन कुछ नीतिगत कारणों से उन्हे स्वीकार नही किया गया। उसके बाद भेजे गये एक और प्रस्ताव को 2002 में केन्द्र की तत्कालीन NDA सरकार ने रिजेक्ट कर दिया। 2005 में भी शिलाई के तत्कालीन विधायक हर्षवर्धन चौहान ने Private Member Resolution के तहत इस मसले को उठाया था, जिसके बाद राज्य की कांग्रेस सरकार ने इसे केन्द्र के जनजातीय मन्त्रालय को भेजा था।
केन्द्र की कांग्रेस सरकार ने ही 2011 में राज्य सरकार से इस मसले पर विस्तृत सर्वे रिपोर्ट तैयार करने को कहा था, लेकिन राज्य की तत्कालीन भाजपा सरकार ने दो वर्षों तक इस विषय पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। सुनील चौहान का कहना है कि हिमाचल में कांग्रेस सरकार आने के बाद 2013 में हर्षवर्धन चौहान ने सरकार को इस सर्वे को जल्द ही पूरा करने को कहा। हिमाचल की वर्तमान कांग्रेस सरकार व शिलाई के पूर्व विधायक व हिमाचल सरकार में संसाधन संचालन व रोजगार सृजन बोर्ड के अध्यक्ष हर्षवर्धन चौहान गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय क्षेत्र का दर्जा दिलवाने की पुरजोर कोशिश कर रहे है।
इस बारे में गिरीपार क्षेत्र का प्रतिनिधिमण्डल ठाकुर हर्षवर्धन चौहान के नेतृत्व में 16/05/2016 को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमन्त्री वीरभद्र सिंह से मिला और गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय क्षेत्र का दर्जा दिलवाने हेतु शीघ्र अतिशीघ्र कार्रवाई करने का आग्रह किया है। मांगो को लेकर गिरीपार क्षेत्र का जो प्रतिनिधिमण्डल 16/05/2016 को मुख्यमन्त्री से मिला था, उसमें भाजपा के नेताओं को भी बुलाया गया था, लेकिन भाजपा का कोई नेता उसमें शामिल नहीं हुआ। भाजपा के नेता राज्यपाल से मिले जिसका कोई औचित्य नही है।
सुनील चौहान ने कहा प्रतिनिधिमण्डल को मुख्यमन्त्री वीरभद्र सिंह ने भी इस विषय पर शीघ्र ही कार्रवाई करने का आश्वासन दिया और रिपोर्ट केंद्र सरकार को भिजवाई। जहां तक इस मसले पर शिलाई के वर्तमान विधायक बलदेव तोमर और अन्य भाजपा नेताओं की बात करें तो वे केवल जनता को गुमराह कर रहे हैं। भाजपा नेता इस विषय पर राज्यपाल से मिलने का ढोंग करके लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि इस मसले में राज्यपाल की कोई भूमिका नहीं होती।
भाजपा का एक प्रतिनिधिमण्डल इस मसले पर ज्ञापन देने के लिए सचिवालय के कोरिडोर मुख्यमन्त्री से मिला था और बिना कोई चर्चा किये मात्र फोटो खिचवाकर चला गया था। जहां तक पच्छाद के भाजपा विधायक द्वारा गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय क्षेत्र का दर्जा दिलवाने के लिए 9 अप्रैल 2015 को सदन में नियम 324 के तहत इस मुद्दे को उठाने की बात कही जा रही है वो सरासर गलत है। इस नियम के अनुसार सदन में कोई चर्चा नही होती बल्कि सरकार द्वारा केवल लिखित में जबाव दिया जाता है।
18 मार्च 2016 को शिलाई के विधायक बलदेव तोमर द्वारा नियम 130 के तहत इस मसले पर सदन में बात रखने की बात भी झूठी है। इस मसले पर भी वो लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे है रही बात हाटी समिति के अध्यक्ष प्रताप तोमर की तो स्थानीय विधायक प्रताप तोमर पर गलत आरोप लगा रही है उन्होंने गिरिपार के मुद्दे को हमेशा सरकार के सामने उठाया है।
शिलाई में उनकी अपनी पहचान है और विधायक उनकी छवि को ख़राब कर रहे हैं स्थानीय विधायक को गुस्सा इस बात का है की प्रताप तोमर हर्षवर्धन चौहान के साथ है। जिससे शिलाई में कांग्रेस का जनाधार बढ़ रहा है प्रताप तोमर का कांग्रेस में आने से कांग्रेस की जड़े और मजबूत हो गई है और बीजेपी इस बात को पचा नहीं पा रही है अभी जिला परिषद के चुनाव में भी प्रताप तोमर ने बीजेपी उमीदवार को पटखनी दी थी जिससे ये बौखला गए हैं।
अब यह बात पूरी तरह स्पष्ट हो चुकी है कि केवल कांग्रेस पार्टी ही गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय क्षेत्र का दर्जा दिलवाने के लिए गम्भीरता से प्रयास कर रही है, जबकि भाजपा केवल झूठे तथ्य पेश करके राजनैतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही हैं।
सुनील चौहान ने कहा कि बीजेपी की मंडी रैली भी फ्लॉप रही जहाँ 70 हजार से 1 लाख लोग जुटाने की बात कर रहे है बीजेपी वहीँ 10 से 15 हजार लोगो को जुटाने में भी इनके पसीने छूटे, बीजेपी के नेता बताये की मंडी रैली में मोदी से क्या बड़ी घोषणा करवाई शिमला लोकसभा सांसद तो चुनाव के समय ही गिरिपार का मुद्दा याद आता है।
मंडी रैली में तो इसका जिकर भी नही किया न ही केंद्र सरकार पर अपना दबाव बना पा रहे हैं।हिमाचल सरकार ने तो अपनी रिपोर्ट भेजी दी है अब काम केंद्र सरकार का है परन्तु केंद्र सरकार भी टाल मटोल कर रही है न सिरमौर के लिए रेल लाईन न कुछ बड़ी घोषणा जब-जब हिमाचल में बीजेपी सरकार आई सिरमौर से भेदभाव किया है कांग्रेस सरकार ने ही सिरमौर में विकास किया है।
सुनील चौहान ने कहा है कि इनकी झूठे वादों की पोल युवा कांग्रेस गांव गांव जाकर लोगो को बताएगी 2017 में फिर से कांग्रेस सरकार सत्ता में आएगी। इनके झूठ से लोग तंग आ गए हैं, महंगाई चरम सीमा पर है दाल के रेट 150 के पार डीजल पेट्रोल दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है पर बीजेपी नेताओं को तो अपनी राजनीतिक रोटियां सेकनी है। इन्हें इसका जवाब हिमाचल की जनता 2017 के चुनाव में देगी।