नेरचौक (नितेश सैनी): जिला स्तरीय भंगरोटू नलवाड़ मेले की दूसरी सांस्कृतिक संध्या हिमाचल के मशहूर पहाड़ी गायक नाटी किंग कुलदीप शर्मा के नाम रही। इस सांस्कृतिक संध्या में एसडीएम मदन कुमार ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। मंच पर आते ही नाटी किंग ने गानों का सिलसिला सतगुरू वंदना से शुरू किया। तत्पश्चात लागा ढोला रा ढमाका, नाटी किंग दे ठिकाने बलिए, डीजे पांदे लागी नाटी नाचे, राधा दर जानि, सूट सिलांदी हो, बांठनो चाली बोले जाते रे, मेरी प्रीती जिंटा केथी चाली तू, रोहड़ू जाना मेरी आमी, जैसे गीत गाकर श्रोताओं को नाचने गाने पर मजबूर कर दिया।
इस मौके पर उन्होंने बताया कि उन्हें गायकी उनकी मां से विरासत में प्राप्त हुई है। उनकी मां भी एक आलादर्जा की पहाड़ी गायिका रह चुकी है। उन्होंने मां को समर्पित करते हुए एक गाना किवें भुलावां प्यार तेरा गाकर श्रोताओं को भावुक भी कर दिया। इससे पूर्व मंडी के प्रसिद्ध नाट्य संस्था मांडव्य कला मंच के कलाकारों ने मंडी जनपद का लोक नाट्य बांठड़ा पेश किया, जिसका दर्शकों ने खूब आनंद उठाया। बांठड़ा लोक नाट्य सामाजिक कुरीतियों के ऊपर करारा प्रहार करने वाला व दर्शकों को हंसाने व लोट-पोट करने वाला मनोरंजक नाट्य है, जिसमें धर्मेेंद्र शर्मा, दुर्गा दास, अभय, रवि, ललिता, मनीषा, मयंक, तिजेंद्र, नागेंद्र का अभिनय सराहनीय रहा।
मंच के अध्यक्ष एवं संचालक एपीआरओ मंडी कुलदीप गुलेरिया ने बताया कि आधुनिक समय में युवा शक्ति का लोक संस्कृति से रूझान घटता जा रहा है। इसके संवर्धन एवं संरक्षण के लिए मांडव्य कला मंच हमेशा प्रयासरत रहा है। इस अवसर पर बल्ह खंड के बीडीओ सिकंदर, व्यापार मंडल प्रधान, उपप्रधान राजेंद्र गुप्ता, प्रैस कल्ब प्रधान व सदस्य भी मौजूद रहे।