मंडी, 28 अगस्त : हत्या के एक मामले को लेकर पंजाब के पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी (Ex DGP Punjab, Sumedh Singh Saini) की हिमाचल में तलाश की जा रही है। एक वक्त पहले जो अधिकारी व कर्मचारी उनके अधीनस्थ थे, वो ही आज उन्हें गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रहे हैं। दरअसल, पूर्व डीजीपी का सुंदरनगर उपमंडल के जंखरी गांव में एक फार्म हाऊस है। यहीं पर आज सुबह पंजाब पुलिस ने दबिश दी। फार्म हाऊस के चप्पे-चप्पे को खंगाला गया, लेकिन सुमेध सिंह सैनी नहीं मिले। फार्म हाऊस के अलावा शिमला के ठिकानों पर भी दबिश दी जा रही है।
पंजाब के ये वहीं पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी हैं, जिन्होंने कोरोना काल में 19-20 मई की सुबह धौंस दिखाकर सवारघाट बैरियर (Swarghat Barrier) से हिमाचल में घुसने की कोशिश की थी। लेकिन हिमाचल पुलिस के जवानों ने बगैर पास के उन्हें प्रवेश देने से इंकार कर दिया था। इसके बाद खासा बवाल भी मचा था। वो उस समय दो अन्य व्यक्तियों के साथ हिमाचल में दाखिल हो रहे थे। पूर्व डीजीपी ने साथ बैठे लोगों की पहचान इंस्पेक्टर व एएसआई के तौर पर दी थी। इसी बीच एसपी शालिनी अग्रिहोत्री ने पंजाब पुलिस की छापेमारी की जानकारी होने से इंकार किया है।
ये है मामला…
6 मई 2020 को पूर्व डीजीपी सहित अन्य पुलिस अधिकारियों पर पंजाब में अपहरण व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ था। मामला उस समय का है, जब पूर्व डीजीपी चंडीगढ़ में एसएसपी के पद पर तैनात थे। पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश पर 2008 में सीबीआई ने पुलिस की कस्टडी में टॉर्चर मौत को लेकर एक जांच शुरू की थी। इसके बाद सैनी के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। इसके बाद पंजाब में नए तथ्यों के आधार पर सैनी के खिलाफ आईपीसी की धारा-364, 201, 344, 330, 120बी व 302 के तहत मामला दर्ज किया था। इसी मामले को लेकर अब पंजाब पुलिस अपने ही एक पूर्व डीजीपी की तलाश में हिमाचल की खाक छान रही है।
ये भी हैं कुछ पहलू…
एसएसपी के पद पर तैनात होने के दौरान 1991 में सुमेध सिंह सैनी पर आतंकवादी हमला हुआ था। इसमें चार सुरक्षा कर्मियों की मौत हो गई थी। आरोप है कि सैनी के इशारे पर ही पूर्व आईएएस दर्शन सिंह मुल्तानी के बेटे बलवंत सिंह को घर से उठाया गया था। बाद में उसके फरार होने की दलील दी गई। मुल्तानी का परिवार यह कहता रहा कि पुलिस टॉर्चर की वजह से ही मौत हुई है।