मंडी, 04 अगस्त : कोरोना काल में जहां मंदिरों को बंद रखा गया है। वहीं मंडी शहर का एक प्राचीन मंदिर ऐसा भी है जो इस काल के बीच भी बीते 40 वर्षों से चली आ रही परंपरा का बखूबी निर्वहन कर रहा है। बात हो रही है एकादश रूद्र महादेव मंदिर की। इस मंदिर में बीते 40 वर्षों से श्रावण मास महोत्सव मनाया जा रहा है। इस बार 41वां श्रावण मास महोत्सव चला हुआ है। मंदिर में बाहरी लोगों के प्रवेश तो प्रतिबंध है लेकिन बीते 40 वर्षों से जो परंपराएं चल रही हैं उनका निर्वहन किया जा रहा है। पूरे श्रावण महीने के दौरान मंदिर में रोजाना भंडारा खिलाया जाता है और प्रत्येक सोमवार को खीर का प्रसाद बांटा जाता है। इस बार मंदिर प्रबंधन की तरफ से पैक करके लंगर बांटा जा रहा है और मंदिर में जारी ओम नमः शिवाय का अखंड जाप भी जारी है। मंदिर के पुजारी स्वामी सत सुंदरम ने बताया कि प्रशासन द्वारा बताए गए दिशा निर्देशों के तहत ही यह सब किया जा रहा है। वहीं जो बाहर से प्रवासी मजदूर आ रहे हैं उन्हें भी मंदिर में बनने वाले लंगर का खाना ही भिजवाया जा रहा है।
स्वामी सत सुंदरम, पुजारी, एकादश रूद्र महादेव मंदिर…
जिन लोगों की इस मंदिर के साथ आस्था जुड़ी है वह भी यहां पर आकर मंदिर में जारी सेवा कार्यों को कर रहे हैं। स्थानीय निवासी रीनू मेनन ने बताया कि मंदिर परिसर में श्रावण महीने के दौरान पांव रखने के लिए भी स्थान नहीं मिलता था, लेकिन इस बार भी मंदिर प्रशासन की तरफ से बढ़िया व्यवस्था की गई है।