धर्मशाला, 25 जून : पर्यटन निगम के अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री रैंक आरएस बाली ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को नशे से बचाने के लिए संवेदनशील है। लेकिन यह मिशन जन भागीदारी के बिना पूरा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि नशे का मुद्दा जटिल है , इससे निपटने के लिए प्रभावी रणनीति और सतत प्रयास जरूरी हैं। कार्यक्रम का आयोजन गुंजन स्वयंसेवी संस्था द्वारा किया गया।
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मंगलवार को धर्मशाला के कॉलेज सभागार में नशा निवारण पर आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने कहा कि युवाअवस्था समाज की सबसे प्रगतिशील और गतिशील आयु वर्ग है। लेकिन यह उम्र नशे के प्रति संवेदनशील आयु वर्ग भी है। इन्हें नशे के मकड़जाल से बचाना समय की मांग है। इस दिशा में अभिभावक, शिक्षक एवं
युवा कारगर भूमिका निभा सकते हैं। कार्यक्रम में “नशे को ना जिंदगी को हां ” का नारा दिया गया। इससे पहले धर्मशाला नगर निगम के आयुक्त जफर इकबाल ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि नशे से युवाओं को बचाने के लिए बाल्यावस्था से ही हस्तक्षेप जरूरी है। उन्होंने कहा कि भाषणों के बजाय किशोरों का सशक्तिकरण और कौशल विकास महत्वपूर्ण है। एसपी नूरपुर अशोक रत्न ने विचार साझा करते हुए कहा कि आज जरुरत युवाओं को बचाते हुए उन्हें अन्य खेल स्पर्धाओं की ओर ले जाने की है। इस मौके पर निदेशक गुंजन संस्था के पदाधिकारी संदीप परमार, विजय कुमार ने भी अपने विचार रखे।
इस अवसर पर नशा बचाव मुहिम में प्रभावी कार्य करने पर विभिन्न संस्थाओं और व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। श्रेष्ठ योगदान के लिए मंडी साक्षरता व जन विकास समिति से राजेन्द्र मोहन और हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति से सत्यवान पुंडीर को सम्मान प्रदान किया गया। व्यक्तिगत उल्लेखनीय सेवाओं के लिए डिग्री कॉलेज देहरी के प्रिंसिपल डॉ सचिन कुमार, सेंट्रल यूनिवर्सिटी से डॉ शबाब अहमद और ज्योति शर्मा भारद्वाज को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन पंकज पंडित और निखिल शर्मा ने किया।
इस अवसर पर जिलाधीश हेमराज बैरवा, एसपी शालिनी अग्निहोत्री, एसपी अशोक रत्न, धर्मशाला नगर निगम आयुक्त जफर इकबाल, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर के सूद, पार्शव गायक कुमार साहिल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।