हमीरपुर ( एमबीएम न्यूज़): रविवार दोपहर को नादौन अस्पताल के निकट एक झुग्गी पूरी तरह जलकर राख हो गई। इस घटना में तीन बच्चे बाल-बाल बच गए जिन्हेंं सन्नी व अतीर्थ भाटिया
सहित कुछ युवकोंं ने बड़ी मुश्किल से बहर निकाला। महेश कुमार निवासी रामपुर उतरप्रदेश ने बताया कि सुबह अपनी पत्नि पिंकी सहित मजदूरी करने चला गया था। जबकि घर पर उसकी दो बेटियों उजाला व रशिम तथा पांच वर्षीय बेटा राकेश घर पर अकेला थे। बच्चों ने बताया कि खाना गर्म करने के लिए जब उन्होंने चूल्हा जलाया तो आग भड़क गई।
यह नन्हें बच्चे आग बुझाने का प्रयास करने लगे जिससे वह आगजनी की चपेट में आ गए लेकिन धुंआ देख घटनास्थल पर पहुंचे युवको ने हिम्मत से काम लेते बच्चों को बाहर निकाल लिया और शोर मचाते आग बुझाने का प्रयास करने लगे। इसी बीच काफी संख्या में आसपास के लोग एकत्रित हो गए और आग बुझाने के काम में जुट गए। इस आगजनी से पास के एक मकान को भी क्षति पहुंची है। महेश ने बताया कि झुग्गी में रखे करीब 15 हजार रूपए, दो पंखें, एक टेलिविजन, दो साइकिल, एक सिलाई मशीन सहित बर्तन कपड़े तथा अन्य सामान जलकर राख हो गए। आगजनी से पीडि़त लोगों के लिए डा. बीएस राणा, समाज सेवक रमन मनकोटिया ने रहने का इंतजाम तथा भोजन का प्रबंध किया। तहसीलदार अनिल मनकोटिया ने बताया कि हल्का पटवारी मनोहर लाल को मौके पर भेजा गया और नुकसान का जायजा लेकर रिपोर्ट देने को कहा गया है। मनोहर लाल ने पीडि़त परिवार को मौका पर पांच हजार रूपय बतौर राहत प्रदान किए।