नाहन (रेणु कश्यप) : बात, सोमवार रात करीब 11 बजे की है। तेली मोहल्ला के रहने वाले करीब 40 वर्षीय मोहम्मद बिलाल का पांव अचानक ही फिसल गया। इस पर तालाब में जा गिरे। रानीताल गार्ड में कुछ युवा मौजूद थे। साथ ही गार्डन के आसपास घरों से भी लोग इस मंजर को देख रहे थे। एक भी शख्स ऐसा नहीं था, जिसे तैरना आता हो।
इसी बीच हल्ले को सुनकर नजदीक से गुजर रहे पितांबर चावला दिवार फांद कर मौके पर पहुंच गए। क्षण भर में ही पितांबर ने तालाब में छलांग लगा दी। पितांबर के मुताबिक व्यक्ति तेजी से तालाब के सतह की तरफ डूब रहा था। मौके पर मौजूद युवाओं की टोली में शामिल अंशुल, समीर, कादर अंसारी, सैफ अली व लक्की इत्यादि ने एक लाइन बना ली। जैसे ही पितांबर ने मोहम्मद बिलाल को पानी से बाहर निकाला तो युवाओं ने फौरन ही उसे मुख्य गेट तक पहुंचा दिया। ताकि उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया जा सके।
मात्र 2 से 3 मिनट की देरी मोहम्मद बिलाल का जीवन लील सकती थी। लेकिन रेडीमेड गारमेंटस के युवा व्यवसायी पितांबर चावला के हौंसले ने बिलाल को नया जीवन दे दिया। जब उसे तालाब से निकाला गया तो ठंड से कंपकंपा रहा था। अस्पताल में बिलाल की देखरेख के लिए हालांकि परिवार भी पहुंच गया था, लेकिन भाजपा के युवा पार्षद शुभम सैनी ने भी कोई कमी नहीं रखी। सैनी खुद करीब एक बजे तक अस्पताल में बिलाल का उपचार सुनिश्चित करते रहे।
कुल मिलाकर युवा व्यवसायी पितांबर चावला के इस हौंसले की शहर में जमकर प्रशंसा की जा रही है। एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में पितांबर ने कहा कि वह तैरना जानते हैं, लेकिन इस तालाब में कूदना बेहद जोखिमपूर्ण था, क्योंकि न केवल अंधेरा था, बल्कि तालाब में गंदगी भी बहुत है। साथ ही सतह पर कांच व पत्थर इत्यादि भी हंै।