-बेबाक कहा, सांवलापन नहीं है ब्यूटी कांटेस्ट की अड़चन
शैलेंद्र कालरा । नाहन
फेमिना मिस इंडिया में एफबीबी मिस टैलेंटेड बनकर घर लौटी मेधिका सिंघल को सांवलेपन ने निरुत्साहित नहीं किया। यही कारण है कि आत्मविश्वास से भरी मेधिका ने न केवल देश की सर्वश्रेष्ठ 21 सुंदरियों में स्थान पा लिया, बल्कि ग्रैंड फिनाले में मिस टैलेंटेड का खिताब भी हासिल कर लिया। सांवले रंग के बावजूद इस मुकाम पर पहुंच कर खूबसूरत मेधिका ने यह साबित कर दिया है कि सांवलापन ब्यूटी कांटेस्ट में बाधा नहीं बनता है।
मुंबई से शनिवार को देहरादून अपने घर लौटी मेधिका ने रविवार शाम (5 अपै्रल 2015) को एमबीएम न्यूज नेटवर्क से फोन पर लंबी बातचीत की। इस दौरान अपनी भावी योजनाओं पर चर्चा करते हुए मेधिका ने कहा कि फिलहाल एक-दो साल मॉडलिंग करने का ही मूड है। इसके बाद वह डेंटल शिक्षा में पीजी करना चाहती हैं।
सनद रहे कि मेधिका ने पांवटा के डेंटल कॉलेज से बीडीएस की पढ़ाई हाल ही में पूरी की है। मेधिका से जब यह सवाल पूछा गया कि सांवला रंग होने के बावजूद इस फील्ड मेें उन्हें किससे प्रेरणा मिली तो मेधिका ने तपाक से जवाब दिया कि सुष्मिता सेन ही उनकी प्रेरणा है क्योंकि सेन का भी सांवला रंग था। मेधिका ने यह भी कहा कि भारत की पहचान गोरापन नहीं है, बल्कि सांवला व गेहुंआ रंग इस देश की पहचान है। इसलिए सांवली लड़कियों को इस क्षेत्र में दाखिल होने के लिए संकोच नहीं करना चाहिए।
क्या करती हैं मेधिका महसूस?
मेधिका जब छोटी थी तो उसकी मां मिस इंडिया व अन्य ब्यूटी कांटेस्ट उत्सुकता से देखा करती थी। अपनी मां की आंखों में कांटेस्ट को लेकर जुनून देखकर ही मेधिका ने तय कर लिया था कि वह अपनी मां का सपना पूरा करने के लिए मिस इंडिया बनेगी। डेंटिस्ट की पढ़ाई के साथ-साथ मेधिका ने मॉडलिंग भी शुरू की। इस युवती में कूट-कूट कर भरे टैलेंट का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि उत्तराखंड की स्पोर्टस पॉलिसी को बनाने में मेधिका ने अंतरराष्ट्रीय शूटर जसपाल राणा का भी सहयोग किया।
भावुक हो गई थी वेलकम पर
शनिवार शाम देहरादून अपने घर पहुंचने पर जब परिवार व प्रशसकों ने मेधिका का वेलकम किया तो वह बेहद भावुक थी। मेधिका उस वक्त अधिक भावुक हो उठी, जब उसकी आंटी मनीषा गुलाटी ने उसे उसकी तस्वीरों का कोलॉज भेंट किया। इसके लिए मेधिका की आंटी ने काफी मेहनत की थी क्योंकि इसे बनाने के लिए मेधिका के हरेक फोटो का संग्रह जरूरी था।