पांवटा साहिब (एमबीएम न्यूज): 24 साल के बीडीएस छात्र जितेंद्र की मौत से ऐतिहासिक नगरी सन्न है। हर कोई इस बात का जवाब ढूंढ रहा है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई। एक घंटे पहले जिन दोस्तों के साथ था, उन्हें जब मौत की खबर मिली तो उनके पांव के नीचे से जमीन खिसक गई।
हालांकि मौत की असल वजह फोरेंसिक टीम की रिपोर्ट ही करेगी, लेकिन परिस्थितिजन्य सबूत कुछ इशारा कर रहे हैं। इसके मुताबिक टीवी का पिछला हिस्सा फटा हुआ था। इसका ट्रांसफार्मर पूरी तरह से जल चुका था। मौके पर बिजली की तारें पूरी तरह से पिघल गई थी। एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने इलैक्ट्रॉनिक इंजीनियर विनोद चौहान से बात की।
उनके मुताबिक इलैक्ट्रॉनिक उपकरणों में कई बार मामूली सी तार जलने के कारण गैस बन जाती है, जिसे निकासी की जगह नहीं मिलती है। अचानक ही जब स्पार्क मिलता है तो इलैक्ट्रॉनिक उपकरण बम की तरह बन जाता है। इसके बाद बिजली की तार में शार्ट सर्किट भी लाजमी हो जाता है। संभवत: इस घटना में भी ऐसा ही हुआ होगा। सनद रहे कि युवक का शव भी टीवी के एक तरफ गिरा हुआ पाया गया है। मतलब जैसे ही स्विच ऑन हुआ होगा, टीवी में जोरदार धमाका हुआ होगा।
युवक का मोबाइल भी बिलकुल ठीकठाक है, यानि मोबाइल में विस्फोट की गुंजाइश नहीं है। इस तरह की घटना शायद जिला में पहली बार ही सामने आई है। घर पर इलैक्ट्रॉनिक उपकरण इस्तेमाल करने वाले हरेक व्यक्ति के लिए भी घटना सबक छोड़ गई है।
थाना प्रभारी अशोक चौहान का कहना है कि रविवार को फोरेंसिक टीम मौके का दौरा करेगी। इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। चौहान ने माना कि टीवी का पिछला हिस्सा टूटा हुआ है। थाना प्रभारी के मुताबिक हरेक पहलू से जांच की जा रही है। फिलहाल सीआरपीसी 174 के तहत कार्रवाई हो रही है।
क्या है सबक…
चंडीगढ़ के इलैक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर विनोद चौहान का कहना है कि रात को सोने से पहले तमाम इलैक्ट्रॉनिक उपकरण बंद होने चाहिए। कई मर्तबा बिजली के कारण मामूली सी चिंगारी लग जाती है, जो सुलगती रहती है। जैसे ही इसे स्पार्क मिलता है तो फौरन ही उपकरण विस्फोटक बन जाता है। उन्होंने कहा कि घर पर इलैक्ट्रॉनिक उपकरणों के अलावा कंप्यूटर के यूपीएस इत्यादि को पूरी सावधानी से इस्तेमाल करना चाहिए।
मकर सक्रांति की पूजा कर लौटा था…
बीडीएस का छात्र अपने किराए के कमरे में मकर सक्रांति की पूजा कर लौटा था। बताया जा रहा है कि विश्वकर्मा मंदिर में छात्र ने पूजा-अर्चना भी की थी, लेकिन होनी को कुछ ओर ही मंजूर था।