नेरचौक (कपिल सेन) : मुख्यमंत्री के बल्ह घाटी के प्रस्तावित दौरे से सभी विभाग सतर्क हो गए हैं। एक तरफ जहां कई महीनों से गंदगी के ढेर लगे हुए थे, उन्हें आनन-फानन में साफ किया जा रहा है। तो सड़क में पड़े गड्ढों को भरने का प्रयास भी किया जा रहा है। वहीं कृषि विभाग भी अपनी जमीन को सही करने में लग गया है।
बता दें कि नेरचौक के नगर परिषद बनने के पश्चात् मुख्यमंत्री का बल्ह का यह पहला दौरा है। जब से नगर परिषद का गठन हुआ है मुख्यमंत्री एक बार भी नेरचौक या बल्ह में नहीं आ सके हैं। हालांकि दो-तीन बार उनके दौरे की तिथि भी निश्चित हो गई थी, लेकिन किसी न किसी कारणवश दौरा स्थगित करना पड़ा। अब 6 जनवरी को मुख्यमंत्री मंडी सहित बल्ह का दौरा भी कर रहे हैं। साथ ही मुख्यमंत्री बल्ह में बनने वाले संयुक्त भवन के लिए नेरचौक, बल्ह सदन के लिए डडौर में स्थान का निरिक्षण भी करेगें। वहीं नेरचौक नगर परिषद में सड़कों को साफ व दुरूस्त किया जा रहा है।
क्षेत्र की जनता राम सिंह, रमेश कुमार, दलीप चंद, राकेश, पंकज कुमार, रूप सिंह आदि का कहना है कि मुख्यमंत्री के आने से नेरचौक में पूरा प्रशासनिक अमला व विभागीय कर्मचारी चुस्त दुरूस्त हो गये हैं। अन्यथा यहां पर कभी साफ-सफाई ही नहीं हो पाती, हम तो यही दुआ करेंगे कि मुख्यमंत्री महीने में एक या दो बार यहां आते रहे, कम से कम सभी विभाग कार्य तो करते हैं। वहीं कई वर्षो से खाली पड़ी कृषि विभाग की उपजाऊ भूमि जो कि हल न चलने से बंजर होने लग गई थी, पर भी अब मुख्यमंत्री के आने पर हल चल पाया है।
कृषि विभाग ने कई वर्षों से अपनी लगभग 10 से 15 बीघा भूमि पर हल तक नहीं चलाया था। या यह कहें कि विभाग का आलसीपन इतना है कि कभी जरूरत ही नहीं समझी कि भूमि को जोता जाये। अब मुख्यमंत्री के दौरे पर अचानक याद आ गई, इस पर हल चलाने की। इसमें से लगभग पांच बीघा भूमि वहीं हैं जिसको संयुक्त कार्यालय भवन निर्माण के लिए प्रस्तावित कर रखा है। भूमि को अब हल जोतने के लिए सुंदर नगर के जड़ोल, मंडी के मझाड़ तथा नेरचौक से दर्जन भर कर्मचारियों को बुलाकर कार्य करवाया जा रहा है।