हमीरपुर (एमबीएम न्यूज़) : प्रदेश के विकास में सहकारिता की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है कि सहकारिता आंदोलन की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाया जाए। यह बात 63वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह के जिला स्तरीय कार्यक्रम की अध्यक्षता हुए चैयरमैन हिमको हिमाचल प्रदेश देवेंद्र सिंह ठाकुर ने कही। उन्होंने कहा कि विकास में सहकारिता की अहम भूमिका होती है।
उन्होंने कहा कि सहकारिता आन्दोलन की विचारधारा और चेतना प्रचार प्रसार के लिए सहकारी सप्ताह का आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा कि सहकारिता न केवल सहकारी मूल्यों, सिद्धान्तों एवं प्रजातांत्रिक रूप से उत्तरदायित्व के साथ कार्य करने की प्रेरणा देती है। बल्कि विभिन्न विकास गतिविधियों को बढ़ाने की भी प्रेरणा देती है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल में हर क्षेत्र में सहकारी सभाओं का गठन किया गया है, जिनमें उचित मूल्यों पर उपभोक्ताओं की आपूर्ति कृषि उपज का विपणन कृषि व गैर कृषि लोन का वितरण जैसी अनेकों गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को इस बात का गौरव हासिल है कि देश की प्रथम सहकारी सभा का पंजीकरण ऊना जिला के पंजावर में हुआ था और यहीं से सहकारी आंदोलन का आरंभ हुआ जो कि निरंतर सफलता की ओर बढ़ रहा है।
उन्होंने जिला को बधाई देते हुए कहा कि सहकारिता क्षेत्र में जिला प्रदेश में प्रथम स्थान पर है और राज्य स्तरीय सहकारिता सम्मेलन में हमीरपुर जिला की सहकारी समिति कुठेड़ा को प्रथम पुरस्कार मिला है जबकि प्रदेश के पहले बीस स्थानों पर भी जिला की सहकारी समितियों ने अपना नाम दर्ज करवाया है। उन्होंने कहा कि सचिव सोसाईटी की रीढ़ की हड्डी होते हैं और ग्रामीण क्षेत्रों तक सोसाईटियों को सभी मूलभूत सुविधाएं देने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा के युग में सहकारी समितियों को अपनी पहचान बनाने के लिए सहकारी समितियों के कर्मचारियों और प्रबन्धन बोर्ड को शिक्षा और प्रशिक्षण के माध्यम से आधुनिक तकनीक से लैस किया जा रहा है। सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं रोशन लाल खजूरिया ने विभागीय गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि जिला हमीरपुर में कुल 364 विभिन्न प्रकार की सहकारी सभाएं कार्यरत हैं।
उन्होंने बताया कि जिला में सचिव और विक्रेता सराहनीय कार्य कर रहे हैं जो कि बधाई के पात्र हैं। इस मौके पर केसीसी बैंक के उपाध्यक्ष कुलदीप पठानियां, अध्यक्ष जिला सहकारी विकास संघ यशवीर पटियाल, उपाध्यक्ष जिला सहकारी विकास संघ डा. आरसी डोगरा, निदेशक संचालक मंडल जिला विकास संघ एवं निदेशक हिमको पुरषोतम परमार, महासचिव हिमाचल प्रदेश सहकारी कर्मचारी संघ देश राज ठाकुर ने भी सतत विकास और वृद्धि में सहकारिताओं की भूमिका पर अपने-अपने विचार रखें।
स्कूली बच्चों द्वारा सहकारिता गीत और अन्य देशभक्ति से ओत-प्रोत समूहगान प्रस्तुत किए। मुख्यातिथि ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए पांच हजार एक सौ रूपए और जिला सहकारी विकास संघ ने दो हजार एक सौ रूपए स्वीकृत किए। मुख्यातिथि ने उत्कृष्ठ कार्य करने वाली सहकारी सभाओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।