शिमला, 05 जुलाई : राज्यसभा चुनाव में कथित खरीद फरोख्त मामले और प्रदेश सरकार को गिराने के लिए षड्यंत्र रचने के मामले में पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा शुक्रवार को बालूगंज पुलिस स्टेशन में हाजिर हुए। मामले की जांच कर रही एसआईटी ने राकेश शर्मा से पूछताछ की।
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जानकारी अनुसार एसआईटी के बागी विधायकों को चौपर से लाने ले जाने तथा होटल में उनका खर्चा उठाने के मामले में राकेश शर्मा से सवाल पूछे। राकेश शर्मा सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं। वह पड़ोसी राज्य उत्तराखण्ड के मुख्य सचिव भी रह चुके हैं। इसी केस में एसआईटी ने हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल के प्रचार सलाहकार तरूण भंडारी को भी तलब किया था, लेकिन वो खराब स्वास्थ्य की वजह से जांच में शामिल नहीं हुए।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले में पुलिस की जांच एक पूर्व बागी विधायक तक पहुंच गई है और एस.आई.टी. ने 10 व 11 जुलाई को उन्हें थाने में तलब किया है। बीते 22 जून को इस केस में हमीरपुर से भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा से भी एसआईटी ने थाने में पूछताछ की थी। आशीष शर्मा को 15 जुलाई को फिर पूछताछ हेतु बुलाया गया है।
बता दें कि हमीरपुर से पूर्व विधायक व भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा और पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा से राज्यसभा चुनाव में खरीद फरोख्त मामले के आरोप लगे हैं। उत्तराखंड में गंगा स्नान सहित भाजपा नेताओं से बैठक की खर्च और भुगतान करने की जानकारी शिमला पुलिस ने जुटाई है। बताया जा रहा है कि करीब 30 लाख रुपये का खर्च किया गया है। ट्रैवल एजेंसी की जांच में पुलिस को कई अहम साक्ष्य मिले हैं।
दरअसल, कांग्रेस के विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ द्वारा बीते 10 मार्च को बालूगंज थाने में पूर्व विधायक आशीष शर्मा और पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के पिता सेवानिवृत्त आई.ए.एस. अधिकारी राकेश शर्मा के खिलाफ भादंसं 171ई और 171सी, 120बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 व 8 के तहत मामला दर्ज करवाया था। इन दोनों पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए षड्यंत्र रचा है।
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