शिमला (एमबीएम न्यूज) : देवभूमि 28 अक्तूबर दोपहर बाद खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ)हो गई है। मतलब प्रदेश का कोई भी व्यक्ति खुले में शौच नहीं जा रहा है। 12 जिलों के 78 विकास खंडों की 3226 पंचायतें खुले में शौचमुक्त हुई हैं। इन पंचायतों में 18,465 राजस्व गांव हैं। खास बात यह है कि सिक्किम के बाद ऐसा करने वाला हिमाचल दूसरा राज्य है। इस कार्य में हिमाचल ने केरल को पछाड़ कर नंबर-2 की पॉजीशन हासिल की है।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज पीटरहॉफ में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व जेपी नड्डा की मौजूदगी में प्रदेश का खुले में शौचमुक्त होने का ऐलान किया। सनद रहे कि सरकार ने प्रदेश को खुले में शौचमुक्त करने को लेकर लक्ष्य निर्धारित किया था। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को अपने संदेश में कहा कि हरेक हिमाचली के सहयोग से ही प्रदेश को खुले में शौचमुक्त घोषित किया जा सका है।
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि ओडीएफ के बाद अब प्रदेश को ठोस व तरल कचरा प्रबंधन पर ध्यान देना होगा। दीगर है कि इस उपलब्धि को साझा करने के लिए राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।