पांवटा साहिब (एमबीएम न्यूज): 24 साल की उम्र में हरिपुर टोहाना के परविंद्र सिंह ने इस कहावत करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान को चरितार्थ कर दिया है। कनिष्ठ अभियंता की परीक्षा में दो बार असफल रहे, लेकिन हार नहीं मानी। लिहाजा यह भी साबित कर दिया है, असफलता के पीछे ही सफलता छिपी होती है। परविंद्र ने हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा को उत्तीर्ण करने में सफलता हासिल की है।
डेढ़ साल तक परविंद्र को दिन-रात का नहीं पता चला। मेहनत जारी रही। अंत में सफलता हाथ आ ही गई। 6 मई 1992 को हरजीत सिंह व इंद्रजीत कौर के घर जन्में परविंद्र ने अपनी बी टेक की पढ़ाई कालाअंब के हिमालयन कॉलेज से पूरी की। बी टेक पूरी करते ही अपना लक्ष्य निर्धारित कर लिया था। यह अलग बात है कि तीसरे प्रयास में कामयाबी मिली।
एमबीएम न्यूज से बातचीत में परविंद्र ने कहा कि आईपीएच विभाग मिला है। विभाग आम आदमी से जुड़ा हुआ है, लिहाजा काम करने की काफी बड़ी संभावना है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता के अलावा शिक्षकों को दिया है।
सनद रहे कि एमबीएम न्यूज द्वारा युवाओं की प्रतियोगितात्मक परीक्षाओं में कामयाबी पर लगातार खबरें प्रकाशित की जाती हैं। इस परीक्षा में शिलाई व संगड़ाह के दो युवकों की कामयाबी से भी पाठकों को रु-ब-रू करवाया गया था।