नाहन (शैलेंद्र कालरा) : इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं होनी चाहिए, अगर अफसरशाही खासकर पुलिस अपने कर्तव्य का पालन बखूबी करे तो समाज को सौ प्रतिशत तो नहीं, काफी हद अपराधमुक्त बनाया जा सकता है।
एमबीएम न्यूज का प्रयास है कि अपने कर्तव्य को निष्ठा व ईमानदारी से निभा रहे अधिकारियों को आपके सामने लाया जाए। विश्वास कीजिए कि 6 सितंबर को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का जन्मदिन था, लेकिन इस दिन भी परिवार से दूर त्रिलोकपुर में एक युवती की बेरहमी से हत्या के रहस्य को बेपर्दा कर रहे थे। इसी कड़ी में इस बार हम आपको सिरमौर पुलिस के अतिरिक्त अधीक्षक विनोद धीमान से मुखातिब करवा रहे हैं।
एएसपी को लेकर रोचक बात यह है कि वह पुलिस अधिकारी नहीं बनना चाहते थे, लेकिन किस्मत व मेहनत ने जब उन्हें 2007 में HPS अधिकारी बनाया तो धीरे-धीरे अपनी डयूटी के रंग में इस कदर रंग गए कि चुटकी में ही संगीन अपराधियों को धर दबोचते हैं। एसपी सौम्या सांबशिवन का चाणक्य भी एएसपी को माना जाता है। सिरमौर में युवा पुलिस अधिकारी ने 11 जून 2015 को कार्यभार संभाला था।
सिरमौर में 14 महीनों की उपलब्धियां हैं बेमिसाल
- याद कीजिए करीब 8 से 10 महीने पहले ददाहू के एक व्यापारी को अश्लील तस्वीरों की आड़ में ब्लैकमेल किया जा रहा था। फिल्मी स्टाइल में खुद एएसपी ने ब्लैकमेलर्स के पीछे गाड़ी दौड़ा कर दबोचा था। इसमें एक महिला समेत कुल दो की गिरफ्तारी हुई थी।
- कालाअंब थाना के तहत हत्या के तीन रहस्यों से पर्दा उठाने में अहम भूमिका निभाई। तीनों ही मामले ऐसे थे, जिनमें मामूली सी चूक हो जाती तो पर्दाफाश संभव ही न होता। इसमें मुंबई की डांस बार बाला, बर्मापापड़ी हत्याकांड व त्रिलोकपुर मर्डर शामिल हैं। डांस बार बाला व त्रिलोकपुर मर्डर मामले में तो परिजन भी नहीं मिले। बर्मापापड़ी हत्याकांड में तो दोहरी सफलता मिली। हत्यारा पहले ही मर्डर के मामले में सजा काट रहा था, जो जेल से पैरोल के दौरान फरार हो गया था।
- कालाअंब में होटल प्रबंधक से फिरौती मांगने के गुनाहगारों को भी धर दबोचने में एएसपी ने ऐसा जाल बुना था कि गुनाहगारों को दबोचने में कालाअंब पुलिस को कोई परेशानी नहीं हुई।
- शंभूवाला में करंट लगने से महिला की मौत मामले ने भी तूल पकड़ लिया था। इस मामले को भी एएसपी ने हत्या के तहत ही दर्ज करने का साहस उठाया था।
- सराहां में एक गौ तस्कर की हत्या के मामले ने राष्ट्रीय स्तर पर तूल पकड़ लिया। इस मामले में एसपी सौम्या सांबशिवन व डीएसपी योगेश रोल्टा के साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
- कुछ माह पहले ही पुलिस भर्ती में हाईटेक नकल को बेपर्दा करने के सूत्रधार बने। पूरी तफ्तीश को ठोस वैज्ञानिक सबूतों के साथ पूरा किया।
- पांवटा साहिब में सुनीता नेगी हत्याकांड में एसपी के साथ-साथ बड़ी भूमिका निभाई। यह मामला भी काफी पेचीदा था।
- ताजा घटनाक्रम अवैध तस्करी से जुड़ा हुआ है। कोलर पंचायत प्रधान अमर सिंह को अवैध शराब की खेप समेत गिरफ्तार करना आसान नहीं था। फिर भी कर दिखाया। इस ऑपरेशन में भी खुद सारी रात जागकर अपनी टीम को दिशा-निर्देश देते रहे।
- खुफिया नेटवर्क के जरिए एसपी सौम्या को नाहन खंड के नलका समालका में बड़े स्तर पर अफीम की खेती की सूचना मिली। धरातल पर यंग पुलिस अधिकारी धीमान ने ही इस मामले का पर्दाफाश किया। यह मामला भी समूचे प्रदेश में सबसे अहम माना गया, क्योंकि एक साथ 34 हजार अफीम के पौधों का मिलना रिकॉर्ड है।
- चंद रोज पहले कालाअंब की एक फार्मा कंपनी से 36 लाख रुपए का केमिकल चोरी हुआ। कालाअंब थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह के साथ ऐसे समन्वय से भूमिका निभाई कि चंद घंटों में ही न केवल आरोपी धर लिए गए, बल्कि बरामदगी भी कर दी गई।
यह कुछ मुख्य उपलब्धियां ही हैं, क्योंकि फेहरिस्त लंबी है। दरअसल अपराध का रहस्य उजागर करने के लिए खुली सोच होनी चाहिए। इन उपलब्धियों को देखकर शायद पाठक इस बात से इत्तफाक रखेंगे कि वाकई अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का दिमाग कंप्यूटर से भी अधिक तेज चलता है ।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
कांगड़ा के गुलेर के रहने वाले HPS विनोद धीमान का जन्म 6 सितंबर 1978 को साधारण परिवार में हुआ। डीएवी कांगड़ा से ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद 28 साल की उम्र में एचपीएस की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली। घर पर माता-पिता के अलावा दो भाई व एक बहन है। पत्नी ने हालांकि उच्चशिक्षा प्राप्त की है, लेकिन गृहणी है। बेटा चौथी कक्षा में पढ़ रहा है।