नाहन – सिरमौर जिला की दुर्गम पंचायत नाया पंजोड़ के तीन गांवों के बाशिंदे करीब 9 महीने से प्यासे है, क्योंकि ग्रामीणों को जनवरी माह से पानी की बूंद तक नसीब नहीं हुई। इसके चलते ग्रामीणों में खासा रोष व्याप्त है। ग्रामीणों की मानें तो आईपीएच विभाग यह कहकर पल्ला झाड़ रहा है कि सड़क निर्माण की वजह से पेयजल आपूर्ति लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई है। अगर आईएच की इसी दलील को मानें तो ग्रामीणों का प्यास रखने में लोक निर्माण विभाग ही जिम्मेदार है जानकारी के मुताबिक पंचायत के कफेनू, लाणी व मुसाडी गांवों के करीब 40 परिवार पेयजल से वंचित है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस बार कई बार विभाग को अवगत करवाया, लेकिन कुछ नहीं बन पाया। नतीजतन पेयजल आपूर्ति ठप रहने के कारण ग्रामीणों को तीन किलोमीटर दूर एक खड्ड से दूषित पानी पीने को विवश होना पड़ रहा है। साथ ही खड्ड को जाने वाला रास्ता भी जोखिमभरा व पत्थरीला है। सुबह से ही ग्रामीण महिलाएं इस खड्ड से पानी ढोना शुरू कर देती है। यही नहीं स्कूलों में जाने से पूर्व बच्चों को भी पानी ढोने को मजबूर होना पड़ रहा है। दूषित पानी पीने से कई लोग बीमार भी हो चुके हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पाइप लाइनें महीनों से क्षतिग्रस्त पड़ी है। मुख्य सड़क पर बने स्टोरेज टैंक की लाइनें भी टूटी पड़ी है। नतीजतन प्राकृतिक स्त्रोत से मिलने वाला पानी सड़क से होकर टैंक में जा रहा है। इसी पानी के बीच से रोजाना दर्जनों वाहन भी गुजर रहे हैं। ऐसे में यह पानी भी पूरी तरह से दूषित है। ग्रामीणों ने मांग करते हुए कहा कि जल्द से जल्द उनकी समस्या का समाधान किया जाए, ताकि उन्हें स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सके। अन्यथा उन्हें मजबूरन आंदोलन करने को विवश होना पड़ेगा। उधर आईपीएच विभाग नौहराधार डिवीजन की मानें तो क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग की सड़क का निर्माण हो रहा है। इस कारण पेयजल आपूर्ति बाधित हुई है। बेहतर होगा कि गांव के लोग इस मामले को लोक निर्माण विभाग के सामने उठाएं।
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