शिमला, 26 जून : हिमाचल प्रदेश में निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे से खाली हुई विधानसभा की तीन सीटों पर उपचुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को लेकर स्थिति स्पष्ट हो गई है। नाम वापसी के बाद तीन सीटों देहरा, नालागढ़ और हमीरपुर में 13 प्रत्याशियों चुनाव मैदान में रह गए हैं। बुधवार को दो प्रत्याशियों ने नामांकन वापिस लिए। निर्वाचन विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि देहरा में किसी भी प्रत्याशी ने नामांकन वापिस नहीं लिया तथा यहां कुल पांच प्रत्याशियों के बीच मुकाबला होगा।
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हमीरपुर में निर्दलीय प्रत्याशी प्रदीप कुमार के नामांकन वापसी के बाद तीन प्रत्याशी चुनाव मैदान में रह गए हैं। नालागढ़ में निर्दलीय प्रत्याशी गुरनाम सिंह की नामांकन वापसी के बाद अब पांच प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। तीनों सीटों पर मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होगा। भाजपा ने तीनों सीटों पर पूर्व निर्दलीय विधायकों को प्रत्याशी बनाया है। जबकि कांग्रेस ने दो सीटों पर पूर्व प्रत्याशियों को दोबारा मौका दिया है। एक सीट पर कांग्रेस ने नए चेहरे के तौर पर मुख्यमंत्री की पत्नी को उतारा है। उपचुनाव में छह निर्दलीय प्रत्याशी भी किस्मत आजमा रहे हैं। जबकि नालागढ़ सीट पर स्वाभिमान पार्टी ने प्रत्याशी उतारा है।
देहरा
कांगड़ा जिला के देहरा विधानसभा क्षेत्र में कमलेश (53) इंडियन नेशनल कांग्रेस, होशियार सिंह (57), भारतीय जनता पार्टी और निर्दलीय प्रत्याशी सुलेखा देवी (59), अरूण अंकेश स्याल (34) तथा एडवोकेट संजय शर्मा (56) चुनावी मैदान में हैं।
2012 में अस्तित्व में आये देहरा हलके में एक बार भी कांग्रेस जीत नहीं पाई है। कांग्रेस ने यहां से मुख्यमंत्री की पत्नी को टिकट देकर चुनावी जंग को दिलचस्प बना दिया है। उनका मुकाबला भाजपा के होशियार सिंह से होगा। होशियार सिंह दो बार निर्दलीय विधायक रहे हैं। इस सीट पर मुख्यमंत्री की प्रतिष्ठा दांव पर है। मुख्यमंत्री सुक्खू के ससुराल इसी उपमंडल में हैं।
हमीरपुर
हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र से आशीष शर्मा (37) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), डॉ. पुष्पिंदर वर्मा (48) इण्डियन नेशनल कांग्रेस तथा निर्दलीय प्रत्याशी नन्द लाल शर्मा (64) चुनावी मैदान में हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू के गृह जिला की सीट होने की वजह से यहां भी मुख्यमंत्री की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। हमीरपुर सीट पर कांग्रेस पिछले लगातार 21 साल से हार रही है। इस हल्के में पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल और सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का भी खासा प्रभाव है।
विधानसभा क्षेत्र नालागढ़
नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र से हरदीप सिंह बावा (44) इंडियन नेशनल कांग्रेस, केएल ठाकुर (64) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), किशोरी लाल शर्मा (46) स्वाभिमान पार्टी तथा निर्दलीय प्रत्याशी हरप्रीत सिंह (36) व विजय सिंह (36) चुनावी मैदान में है।
नालागढ़ सीट पर कांग्रेस को आखिरी बार 2011 के उपचुनाव में जीत मिली थी। 2012 में यहां से भाजपा के केएल ठाकुर विजयी हुए। 2017 में यह सीट दोबारा कांग्रेस की झोली में गई। 2022 में निर्दलीय प्रत्याशी ने यहां जीत का परचम लहराया। भाजपा ने इस बार उप चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी पर दांव खेला है।
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