नाहन, 17 अप्रैल : हिमाचल प्रदेश के धारटीधार की तलहटी किंग कोबरा (King Cobra) का स्थायी ठिकाना बन गई है। हालांकि, पहली बार पहाड़ी प्रदेश में चंडीगढ़-देहरादून हाईवे (Chandigarh-Dehradun Highway) से करीब तीन किलोमीटर दूर फांदी गांव के साल के जंगल में किंग कोबरा देखा गया था। एमबीएम न्यूज नेटवर्क के माध्यम से ही ये जानकारी वन्य प्राणी विभाग तक पहुंची थी।
धौलाकुआं-ददाहू मार्ग पर 16 अप्रैल 2024 की शाम 4 से 5 बजे के बीच पहली मर्तबा किंग कोबरा फन फैलाकर नजर आया। कोबरा से चंद मीटर की दूरी पर मौजूद चार व्यक्तियों की सांसें अटक गई। एमबीएम न्यूज नेटवर्क के पास साइटिंग की सटीक लोकेशन भी उपलब्ध है, लेकिन वन्य प्राणियों की सुरक्षा के मद्देनजर इसे साझा नहीं किया जा सकता।
जानकारों का ये भी कहना है कि पहली बार साइट हुआ किंग कोबरा काले रंग का था। जबकि इस कोबरे पर हल्के भूरे रंग की धारियां हैं, इससे ये भी जाहिर होता है कि इलाके में किंग कोबरा की संख्या एक से अधिक है।
प्रत्यक्षदर्शी विनोद शर्मा व जितेंद्र कुमार ने विशेष बातचीत के दौरान कहा कि वो बाइक पर धौलाकुआं की तरफ जा रहे थे। सड़क के बीचोंबीच पिकअप खड़ी थी। चालक ने रुकने का इशारा किया। सामने किंग कोबरा को देख होश उड़ गए थे। उन्होंने बताया कि बमुश्किल दो-चार तस्वीरें ही खींचने की हिम्मत हुई। वीडियो बनाने का साहस नहीं हो पाया। एक सवाल के जवाब में विनोद ने कहा कि 8 से 12 फुट लंबाई रही होगी।
उन्होंने बताया कि किंग कोबरा ने उनकी आंखों के सामने ही सड़क को पार किया। सड़क पार करने से पहले फन फैलाकर दो मिनट का इंतजार भी किया। विनोद का कहना था कि सड़क से नीचे की तरफ उतरने के दौरान फुंकारने (Hissing) की आवाजें भी आ रही थी। संभवतः वो अपनी सुरक्षा के मद्देनजर ही ऐसा कर रहा था।
उन्होंने कहा कि किंग कोबरा के सड़क पार करने के कुछ मिनट बाद ही वो तेजी से धौलाकुआं की तरफ निकल गए। उन्होंने बताया कि वो कोटला मोलर में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौट रहे थे। एमबीएम न्यूज नेटवर्क द्वारा किंग कोबरा की तस्वीरें सर्प विशेषज्ञ (snake expert) राकेश्वर कपूर को भेजी गई। कपूर ने तस्वीरें किंग कोबरा की होने की पुष्टि की।
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उल्लेखनीय है कि किंग कोबरा दुनिया का सबसे जहरीला विशालकाय सांप है। दीगर है कि साल के जंगलों में ये किंग कोबरा की तीसरी साइटिंग है। तीन साल के भीतर तीसरी बार साइटिंग से ये साफ है कि किंग कोबरा अब यहां का स्थायी बाशिंदा हो गया है। नाहन के समीप कोटड़ी गांव के जंगलों में भी किंग कोबरा की साइटिंग का समाचार सामने आया था।
बहरहाल, ये तय है कि शिवालिक पहाड़ियों की तलहटी में किंग कोबरा 1000 से 1500 फीट की ऊंचाई पर साल के जंगलों में विचरण कर रहा है।