शिमला, 17 मार्च : हिमाचल प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर कहा कि हिमाचल प्रदेश में 7 मई को चुनाव की अधिसूचना जारी की जाएगी। प्रदेश में 14 मई को नामांकन भरने की आखिरी तिथि होगी। 17 मई तक नामांकन वापिस लिए जा सकते है। वहीं 1 जून को हिमाचल प्रदेश में मतदान होगा जबकि 4 जून को देशभर में एक साथ चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे।
हिमाचल प्रदेश की चार लोकसभा सीटों पर चुनाव के लिए 7,990 मतदान केन्द्र चिन्हित कर लिए गए हैं, जो कि पिछले चुनाव के मुकाबले 267 मतदान केंद्र बढ़े हैं। वहीं प्रदेश में 1 अप्रैल 2024 तक 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके युवा भी मतदान में हिस्सा ले सकेंगे। राज्य निर्वाचन विभाग की ओर से शनिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार 15 मार्च, 2024 तक प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 56,38,422 है। इसमें 28,79,200 पुरुष, 27,59,187 महिला और 35 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। सबसे अहम जिम्मेवारी 18 से 40 आयु वर्ग के 23,95,323 युवा मतदाताओं की है। प्रदेश में 56,320 पीडब्ल्यूडी वोटर और 85 वर्ष से अधिक आयु के 60,995 मतदाता है।
मतदाता आचार संहिता की उल्लंघना से संबंधित शिकायत 1950 टॉल फ्री नम्बर से दे सकते हैं। निष्पक्ष चुनाव करवाना चुनाव आयोग का ध्येय है। प्रदेश में पहली बार मतदान करने वाले लोगों की संख्या 1 लाख 38 हज़ार 918 है जो कुल मतदाताओं का 2.5 प्रतिशत है।
प्रदेश में 231 से ज्यादा मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या 1200 से अधिक है। मुख्य चुनाव आयुक्त मनीष गर्ग ने बताया कि प्रदेश में 50 हज़ार के लगभग चुनाव कर्मी तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा की प्रदेश में अभी तक 425 मतदान केंद्र संवेदनशील चिन्हित किए गए हैं। लांकि यह प्रक्रिया आखिरी वक्त तक चलेगी ऐसे में इन मतदान केंद्र पर अतिरिक्त सुरक्षा बल भी तैनात किए जाएंगे। वहीं चुनाव आयोग के मुताबिक वर्तमान चुनाव के दौरान प्रति संसदीय क्षेत्र 95 लाख प्रति संसदीय क्षेत्र खर्च की सीमा है। पिछले चुनाव में यह सीमा 70 लाख प्रति संसदीय क्षेत्र थी।
प्रदेश मुख्य चुनाव आयुक्त मनीष गर्ग ने बताया कि प्रदेश में विश्व के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र पर भी मतदान होगा। 15 हज़ार 256 फीट की ऊंचाई पर टशीगंग मतदान केंद्र स्थापित किया जाएगा जो विश्व का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र। इसके अलावा चंबा के एहल्मी और भटियात के चक्की मतदान केंद्र का सफर 13 किलोमीटर की पैदल यात्रा के बाद तय करना होग।वहीं फतेहपुर के सतकुटेड़ा में नाव से पहुंचना पड़ता है।