मंडी, 11 मार्च : पंडोह डैम के समीप क्षतिग्रस्त हुए नेशनल हाईवे की मरम्मत का कार्य इन दिनों अंतिम दौर में है। जल्द ही यहां हाईवे को बहाल कर दिया जाएगा, लेकिन हाईवे बहाल होने की स्थिति में डैम के पास बनाए गए वैकल्पिक मार्ग को बंद कर दिया जाएगा। इसी बात से आशंकित द्रंग क्षेत्र के इलाका बदार की आधा दर्जन पंचायतों के लोगों की परेशानी बढ़ गई है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर वैकल्पिक मार्ग बंद कर दिया गया तो उन्हें पंडोह पहुंचने के लिए 7 से 8 किमी का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ेगा।
मौजूदा समय में ही वे 4 से 5 किमी का अतिरिक्त सफर तय कर रहे हैं। ग्रामीणों की मांग है कि जब तक पंडोह में टूटे लाल पुल के स्थान पर नया पुल नहीं बन जाता तब तक ग्रामीणों की आवाजाही के लिए डैम के पास बनाया गया वैकल्पिक मार्ग जारी रखा जाए।
इलाका बदार निवासी समाजसेवी गोपाल ठाकुर, नागधार पंचायत के पूर्व प्रधान दलीप ठाकुर और इलाका बदार निवासी हीरा लाल ने बताया कि मौजूदा समय में ही लोगों को पंडोह तक पहुंचने के लिए अतिरिक्त समय लग रहा है। यदि वैकल्पिक मार्ग को भी बंद कर दिया गया तो ज्यादा समय बर्बाद होगा। इससे रोजमर्रा के कार्यों के लिए आने वालों, खासकर नौकरीपेशा लोगों और स्कूल-कॉलेज के बच्चों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ेंगी। इन्होंने मांग उठाई है कि पंडोह के पास पुल का निर्माण कार्य जल्द से जल्द किया जाए और पुराने रास्ते को बहाल करके क्षेत्र के लोगों को राहत प्रदान की जाए।
बता दें कि बीती बरसात में पंडोह में 100 वर्ष पुराना लाल पुल बह गया था। इस पुल के माध्यम से इलाका बदार की आधा दर्जन पंचायतें पंडोह और नेशनल हाईवे के साथ जुड़ती थी। लेकिन अब इन लोगों को 4 से 5 किमी का सफर तय करके पंडोह पहुंचना पड़ता है। यदि वैकल्पिक मार्ग भी बंद हो गया तो 7 से 8 किमी का अतिरिक्त सफर तय करके पंडोह पहुंचना पड़ेगा।