बिलासपुर, 12 फरवरी : एम्स बिलासपुर की साथ लगती ग्राम पंचायतों के जन प्रतिनिधियों ने एक निजी आउटसोर्स कंपनी के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप जड़े हैं। पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि इस निजी आउटसोर्स कंपनी द्वारा सफाई कर्मचारी की नियुक्ति की एवज में भारी भरकम राशि वसूल की जा रही है। इसके तहत लगभग 70 बेरोजगार ठगी के शिकार हुए है। इस बात के उनके पास पुख्ता प्रमाण है। उन्होंने एम्स प्रशासन एवं पुलिस से इस मामले की गंभीरता से जांच करने की मांग की है।
सोमवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए ग्राम पंचायत राजपुरा के उप प्रधान सत्यदेव शर्मा, कोठीपुरा के पूर्व प्रधान नंद लाल ठाकुर, वर्तमान उप प्रधान कोठीपुरा जगदीश, प्रभावित कर्मचारी शगुन, लता देवी, अनिल कुमार, निशा व मनोरमा देवी ने कहा कि एम्स में कार्यरत एक निजी आउटसोर्स कंपनी द्वारा सफाई कर्मचारी की 12 हजार की नौकरी के लिए 40 हजार की राशि बतौर सिक्योरिटी राशि वसूल की जा रही है। जिसमें कई लोगों को 40 हजार की राशि देने के बावजूद भी नौकरी नहीं मिल पाई है। कई लोगों को इस नौकरी पाने के ब्याज पर पैसे उठाए हैं।
पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को एम्स प्रशासन से भी उठाया। लेकिन एम्स प्रशासन के अधिकारियों ने इसे पुलिस में शिकायत करने का बहाना बनाकर इस बात को टाल दिया है। उन्होंने इससे पहले इस मुद्दे पर एएसपी शिव चौधरी को ज्ञापन भी सौंपा। उन्होंने पुलिस प्रशासन से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। ताकि दोषियों को कड़ी सजा मिल सके l