मंडी, 5 दिसंबर : अयोध्या में भगवान श्री राम का मंदिर बनने के बाद प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के लिए सभी सनातनियों को आंमत्रित करने के लिए अयोध्या से निकाली गई पूजित अक्षत कलश यात्रा मंगलवार को छोटी काशी मंडी पहुंच गई है। इस पूजित अक्षत कलश यात्रा का शहर के महामृत्युंजय चौक पर विश्व हिंदु परिषद व सनानत धर्म से जुड़ी अन्य संस्थाओं के पदाधिकारियों ने भव्य स्वागत किया।
इसके उपरांत पूजित अक्षत कलश की विधिवत पूजा अर्चना की गई और शहर के महामृत्युंजय चौक से माता सिद्ध काली मंदिर तक शोभायात्रा निकाली गई। इस पूजित अक्षत कलश यात्रा में सैकड़ों संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इस मौके पर पूरा शहर भगवान श्री राम के नारों व भजनों से गूंज उठा। मंडी शहर को चक्र लगाते हुए यह शोभायात्रा माता सिद्ध काली मंदिर पहुंची। माता सिद्ध काली मंदिर में यह पूजित अक्षत कलश स्थापित किया गया। इस कलश से अक्षत जिला के विभिन्न खंडो, खंडों से पंचायतों व पंचायतों से हर घर को निमंत्रण व भगवान श्रीराम के चित्र के साथ भेजा जाएगा।
इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद प्रांत अध्यक्ष व प्राण प्रतिष्ठा समारोह समिति प्रांत संयोजक लेखराज राणा ने बताया कि 1 से 15 जनवरी तक नियंत्रण अभियान चलेगा। इस अभियान में हिमाचल प्रदेश के 11 लाख परिवारों से संपर्क किया जाएगा। इस निमंत्रण में पूजित अक्षत, चित्र व निर्मित मंदिर की इतिहास से लेकर पूरी जानकारी रहेगी। उन्होंने बताया कि 22 जनवरी को भगवान श्री राम का मंदिर बनने के बाद प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के दिन पूरा हिंदू समाज दिवाली मनाएगा।
लेखराज राणा ने कहा कि जब भगवान श्रीराम 14 वर्षो के बाद अयोध्या लौटे थे तो अयोध्या वासियों ने दीपावली मनाई थी। 1528 में भगवान श्रीराम के मंदिर को तोड़ दिया गया था। आज 498 वर्षों बाद भगवान श्रीराम अपने जन्म स्थान पर विराजमान होंगे।