मंडी, 4 दिसंबर : चीन में बच्चों में फैली बीमारी के बाद हिमाचल भी अलर्ट हो गया है। प्रदेश सरकार की मानें तो हिमाचल में स्थिति नियंत्रण में है और घबराने की कोई जरूरत नहीं है। फ़िलहाल सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी करते हुए सभी जिलों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। मंडी जिला के अस्पतालों की बात की जाए तो सर्दियों के इस मौसम बच्चों की ओपीडी में इजाफा हुआ है। लेकिन इनमें अधिकतर केस सर्दी जुकाम और बुखार के ही हैं।
डॉक्टरों की माने तों जोनल अस्पताल मंडी व नेरचौक मेडिकल रोजाना 200 से 300 बच्चें चिल्ड्रन ओपीडी में पहुंच रहे हैं। बच्चों में निमोनिया और इन्फलूंएजा वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अर्लट है। नेरचौक मेडिकल कॉलेज की एमएम डॉ दीपाली शर्मा ने बताया सर्दियों के मौसम में अकसर बच्चों में सर्दी जुकाम के मामले बढ़ जाते हैं। चीन में बच्चों में फैली निमोनिया बीमारी के बाद नेरचौक मेडिकल कॉलेज में भी पूरी तरह से सावधानी बरती जा रही है।
उन्होंने बच्चों को वायरल फीवर से बचाने के लिए माता-पिता को बच्चों को गर्म कपड़े पहनाने और भीड़ भाड़ वाले इलाके में न जाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यदि बच्चों में सर्दी जुकाम और वायरल फीवर के लक्षण नजर आते हैं तो उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल में लेकर आएं। ताकि बच्चें में निमोनिया जैस लक्षण पाए जाने पर उसे सही समय पर इलाज मिल सके।
जोनल अस्पताल मंडी सीएमओ डॉ एनके भारद्वाज ने बताया कि प्रदेश सरकार की एडवाइजरी सभी स्वास्थ्य खंडो को भेज दी गई है। मौसम में आए बदलाव के कारण बुखार और वायरल फीवर जैसे मामले ही अस्पताल में आ रहें हैं। यदि अस्पताल में इस तरह की स्थिति बनती है तो स्वास्थ्य विभाग निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।