शिमला, 07 सितम्बर : आईजीएमसी (IGMC) की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले सुरक्षा कर्मियों ने अस्पताल प्रशासन (hospital administration) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अपने दो साथियों का वेतन रोकने से नाराज सुरक्षा कर्मियों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर सुरक्षा कर्मियों को वेतन नहीं दिया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
आईजीएमसी सुरक्षा कर्मी यूनियन के प्रधान बबलू ने गुरुवार को कहा कि आईजीएमसी में सिक्युरिटी इंचार्ज (security incharge) का जिम्मा संभालने वाले एक अधिकारी ने दो सुरक्षा कर्मियों का वेतन रोक दिया है। जिन दो सुरक्षा कर्मियों का वेतन रोका है वह दोनों मेडिकल लीव (medical leave) पर थे। इनमें से एक सुरक्षा कर्मियों को गाड़ी ने टक्कर मारी थी और दूसरा आपदा के दौरान चोटिल हुआ था। उन्होंने कहा कि अधिकारी का यह कदम सुरक्षा कर्मियों को हतोत्साहित कर रहा है। सुरक्षा कर्मी दिन-रात पूरी ईमानदारी व समर्पण से अपनी ड्यूटी करते हैं।
मोबाइल पर सबसे पहले पाएं हिमाचल की ताजा खबरें, यहां क्लिक कर ज्वाइन करें हमारा WhatsApp Group
उन्होंने कहा कि आईजीएमसी में जितने भी सुरक्षा कर्मी काम कर रहे हैं। वह सब इनके पक्ष में सड़कों पर उतरेंगे और विरोध करेंगे। बबलू का आरोप है कि इससे पहले भी उक्त अधिकारी ने सुरक्षा कर्मियों को प्रताड़ित किया है। वह बार-बार धमकी देते है कि सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से निकाल देंगे। अभी भी कई सुरक्षा कर्मियों के साथ बतमीजी से बात करते हैं। रोजाना सुरक्षा कर्मियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। ऐसे में सुरक्षा कर्मियों को काम करना मुश्किल हो गया है।
सुरक्षा कर्मियों ने सरकार से मांग की है कि पहले तो दो सुरक्षा कर्मियों को वेतन दिया जाए। उसके बाद उक्त अधिकारी को पद से हटाया जाए। अगर यह कुछ नहीं होता है तो सुरक्षा कर्मी बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे, जिसकी जिम्मेवारी सरकार व प्रशासन की होगी।