मंडी, 29 अगस्त : 17 दिनों से अपनी बेटी के शव की राह ताक रही मां की आंखे भी अब पथरा गई हैं। परमात्माा ने इस मां के नसीब में शायद अभी और दुख लिखे हैं जो इतने बड़े हादसे के बाद बेटी और नाती के शव भी नहीं मिल पा रहे हैं। सांबल हादसे में 17 दिन बीत जाने के बाद भी लापता मोनिका, रविता और मासूम सानिया का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
प्रशासन की मशीनरी शवों को तलाशती हुई उस स्थान तक पहुंच गई है, जहां पर घर था और घर का मलबा भी मिल गया है। मलबे में दबा घर का कुछ सामान भी मिल गया है, लेकिन शवों का कही सुराग नहीं मिल पा रहा है। अपनी बेटी के शव की तलाश में मोनिका की मां अंजू देवी रोजाना बाड़ी गुमाणू गांव से सांबल पहुंच रही है। रोते-बिलखते हुए सारा दिन बीत रहा है, लेकिन शव नहीं मिल रहे है। रोते हुए अंजू देवी ने प्रशासन से बेटी, उसकी ननद और नाती के शवों को जल्द से जल्द तलाशने की गुहार लगाई है।
वहीं, मोनिका के पति नितेश ने बताया कि हादसे में घायल उसकी मां के पैर में लगी गंभीर चोट ठीक होने का नाम नहीं ले रही है। दो बार ऑपरेशन हो चुका है और उसमें घुटने से नीचे का पांव काट दिया गया है, जबकि डाक्टर अब तीसरे ऑपरेशन की बात कहकर पांव को और काटने के लिए कह रहे हैं, क्योंकि पांव में हुआ इन्फेक्शन थम नहीं रहा है। नितेश ने भी जिला प्रशासन से शवों की तलाशी के लिए ज्यादा से ज्यादा मशीनरी लगाने की गुहार लगाई है, ताकि शवों को जल्द से जल्द निकाला जा सके।