हमीरपुर, 8 जून : गत करीब 1 माह से नादौन के बढेड़ा गांव से लापता वृद्ध पुरुषोत्तम दास पंजाब के गढ़शंकर के बालाचौर से मिल गए हैं। वहां के स्थानीय निवासी जितेंद्र सिंह के प्रयासों से वृद्ध अपने परिवार तक पहुंचे हैं। परिजन उन्हें बालाचौर से वापस ले आए हैं। पुरुषोत्तम दास के पुत्र राजेश कुमार ने बताया कि बालाचौर निवासी जितेंद्र सिंह को उसके पिता 2 दिन पूर्व अपने फार्म हाउस के पास घूमते हुए दिखे थे। उन्होंने पुरुषोत्तम दास से जब पूछताछ की तो वह दिल्ली जाने का रास्ता पूछ रहे थे।
जितेंद्र सिंह को जब आशंका हुई तो उन्होंने पुरुषोत्तम दास को अपने घर रोक कर उन्हें भोजन, चप्पल व कपड़े दिए। इसके बाद पुरुषोत्तम दास ने उन्हें अपने गांव का नाम और हिमाचल का रहने वाला बताया, जिसके बाद जितेंद्र उन्हें परिवार तक पहुंचाने का प्रयास करने लगे। उन्हें रंगस क्षेत्र के एक निवासी का फोन नंबर मिला, जिन्होंने वृद्ध के गांव के बारे में पूछताछ की। उन्हें पता चला कि यहां से एक वृद्ध लापता है और पूरा परिवार उन्हें ढूंढ रहा है।
परिजनों ने जितेंद्र सिंह को पुरषोत्तम को ढूंढने के लिए 50 हज़ार रुपए इनाम की राशि देने का प्रयास किया, लेकिन जितेंद्र सिंह ने इनकार करते हुए कहा कि हिमाचल में किसी गरीब और जरूरतमंद को यह राशि भेंट कर देना। राजेश कुमार के पुरे परिवार सहित ने जितेंद्र सिंह की दरियादिली का आभार जताया। जितेंद्र सिंह ने बताया कि यदि वृद्ध अपने परिवार तक नहीं पहुंचते तो वह उन्हें अपने घर में ही रखने का मन बना चुके थे। इस संबंध में थाना प्रभारी कुलदीप पटियाल ने बताया कि कागजी कार्रवाई करने के बाद पुरषोत्तम को घर भेज दिया गया है।